Chamat Rai: रायबरेली में आयोजित विश्व हिंदू परिषद के 10 दिन के प्रशिक्षण समापन समारोह में विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और अयोध्या राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय शामिल हुए। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बावजूद बीजेपी की हार के संबंध में पूछे गए सवाल पर चंपत राय ने प्रतिक्रिया देने से परहेज किया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि ये राजनीतिक मामले हैं और इस पर वे कुछ भी टिप्पणी नहीं करेंगे। यह बयान अयोध्या में बीजेपी की हालिया हार के संदर्भ में दिया गया है, जो राम मंदिर निर्माण के बावजूद हुई है।
क्या बोले चंपत राय ?
रायबरेली में आयोजित विश्व हिंदू परिषद के 10 दिन के प्रशिक्षण समापन समारोह में चंपत राय ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का कोई राजनैतिक कार्य नहीं है और यह संगठन सौ साल से कार्य कर रहा है। उनका उद्देश्य हिंदू समाज को मिलकर काम करने के लिए प्रेरित करना और देश की समस्याओं के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी जागरूकता को सरकार को सलाह देना नहीं समझा जाना चाहिए।
किन कारणों से हुई बीजेपी की हार?
अयोध्या में लोगों की दुकानें और घर तोड़ने के कारण हुई बीजेपी की हार पर चंपत राय ने कहा कि यह प्रशासन का मामला है। वे गोपाल सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित 10 दिवसीय विश्व हिंदू परिषद के प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए थे।
फैजाबाद में सपा ने लहराया परचम
अयोध्या फैजाबाद लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है, और हाल के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर समाजवादी पार्टी (सपा) ने जीत दर्ज की है। सपा के अवधेश प्रसाद ने बीजेपी के लल्लू सिंह को हराया है। फैजाबाद सीट पर लल्लू सिंह की हार व्यापक चर्चा का विषय बन गई है, क्योंकि बीजेपी सरकार के दौरान ही अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ था। इसके अलावा, 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं अयोध्या में भव्य मंदिर में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की थी। इस परिप्रेक्ष्य में, बीजेपी की इस हार ने कई लोगों को आश्चर्यचकित किया है और इसे लेकर कई चर्चाएं हो रही हैं।