Life style: इन दिनों कई लोग अपनी सेहत के प्रति सजग हो चुके हैं और यही वजह है कि वह सॉफ्ट ड्रिंक्स आदि से दूरी बनाने लगे हैं। ऐसे में इन ड्रिंक्स की बिक्री बनाए रखने के लिए अब कंपनियां इन्हें डाइट सॉफ्ट ड्रिंक या डाइट सोडा के नाम से बेचने लगी हैं। हालांकि ये डाइट ड्रिंक्स भी सेहत के लिए उतनी ही हानिकारक होती हैं।
ये तो हम सभी जानते हैं कि सॉफ्ट ड्रिंक सेहत के लिए बेहद हानिकारक होती है। यही कारण है कि इन दिनों कई लोग इनसे दूरी बनाने लगे हैं। इसलिए मार्केटिंग कंपनियां अपनी सॉफ्ट ड्रिंक की बिक्री बनाए रखने के लिए एक नए कांसेप्ट के साथ आईं और इसे नाम दिया डाइट सॉफ्ट ड्रिंक या डाइट सोडा का। नाम के आगे डाइट लगा देने से हेल्दी डाइट के प्रति सजग लोग भी इसके प्रति आकर्षित होने लगे।*
कम शुगर और कैलोरी की तसल्ली दे कर डाइट सोडा को सॉफ्ट ड्रिंक का एक हेल्दी विकल्प माना जाने लगा। हालांकि, इस बात में कितनी सच्चाई है यह बहुत कम लोग ही जानते हैं। आइए जानते हैं कि ये एक हेल्दी विकल्प है
या नहीं।
कितनी हेल्दी डाइट सॉफ्ट ड्रिंक्स?
डाइट सोडा बनाने वाली कंपनियां इनके शुगर फ्री होने का दावा करती हैं। इसे जीरो शुगर, शुगर फ्री, जीरो कैलोरी, लो कैलोरी डाइट ड्रिंक भी कहा जा सकता है, लेकिन सच्चाई ये है कि इसमें शुगर डालने की जगह कॉर्न सिरप, एस्परटेम, स्टीविया, सुक्रालोज जैसे आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल किया जाता है।
रिसर्च के अनुसार हमारा ब्रेन आर्टिफिशियल स्वीटनर के प्रति भी लगभग उसी तरह प्रतिक्रिया देता है, जैसा शुगर के प्रति देता है। इनका सेवन करने के बाद हाई कैलोरी फूड खाने की क्रेविंग और भी बढ़ती है, जिससे मोटापे की संभावना बढ़ जाती है।