Israeli attacks: हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत के बाद मिस्र की राजधानी काहिरा में गाजा में युद्धविराम के लिए चल रही वार्ता पटरी से उतर गई। यह वार्ता दोनों पक्षों के बीच संघर्ष को रोकने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही थी।
इजरायली हमले
वार्ता के विफल होने के बाद, इजरायली सेना ने गाजा में अपने हमले बढ़ा दिए। इन हमलों में स्कूलों, अस्पताल परिसर और अन्य स्थानों में शरण लिए लोगों को निशाना बनाया गया। इन हमलों में कुल 44 लोग मारे गए हैं।
शरण स्थलों पर हमला
इजरायली हमलों ने न केवल इमारतों को निशाना बनाया, बल्कि उनमें शरण लिए निर्दोष नागरिकों को भी प्रभावित किया। यह हमला गाजा पट्टी में पहले से ही चल रहे तनाव और हिंसा को और बढ़ा सकता है।
संघर्ष का बढ़ना
गाजा पट्टी में पहले से ही भारी तनाव और हिंसा का माहौल था। इस्माइल हानिया की मौत ने इस संघर्ष को और भी भड़काने का काम किया। इजरायली हमलों ने इस विवाद को और अधिक जटिल बना दिया है।
लंबे समय से विवाद
यह संघर्ष इजरायल और फिलिस्तीनियों के बीच एक लंबे समय से चले आ रहे विवाद का हिस्सा है, जो कई वर्षों से अनसुलझा है और समय-समय पर हिंसा में बदल जाता है।
गाजा में इजरायली हमलों के बढ़ने से स्थिति और भी गंभीर हो गई है। दोनों पक्षों के बीच वार्ता का विफल होना और इसके बाद की हिंसा ने इस क्षेत्र को एक बार फिर संकट में डाल दिया है।