America election’s- अमेरिका के 81 वर्षीय राष्ट्रपति जो बाइडन ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव में अपनी उम्मीदवारी से पीछे हटने की घोषणा की है। 2025 से शुरू होने वाले चार वर्षों के कार्यकाल के लिए नवंबर में होने वाले चुनाव से पहले बाइडन ने अपने खराब स्वास्थ्य और स्मृति दोष के चलते यह फैसला लिया है।
डेमोक्रेटिक पार्टी का बढ़ता दबाव
बाइडन पर उनकी डेमोक्रेटिक पार्टी का दबाव बढ़ता जा रहा था कि वे अपनी उम्मीदवारी छोड़ दें। पार्टी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं का मानना था कि उनकी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण वे चुनावी अभियान में कमजोर साबित हो सकते हैं। इसके अलावा, पार्टी को चिंता थी कि बाइडन के स्मृति दोष के चलते वे ट्रंप के मुकाबले कमजोर प्रत्याशी सिद्ध हो सकते हैं।
डोनाल्ड ट्रंप का दवाब
पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार बाइडन की कमजोरियों को लेकर उन पर निशाना साधा। ट्रंप ने अपने प्रचार अभियानों में बाइडन के स्वास्थ्य और स्मृति दोष को मुद्दा बनाते हुए उन्हें कमजोर राष्ट्रपति के रूप में प्रस्तुत किया। इसके चलते कई सर्वेक्षणों में बाइडन को ट्रंप के मुकाबले कमजोर प्रत्याशी के रूप में दिखाया गया।
ओबामा का हस्तक्षेप
हाल ही में, पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी बाइडन की उम्मीदवारी पर सवाल उठाए थे। ओबामा के इस कदम से बाइडन पर दबाव और बढ़ गया था कि वे अगले कार्यकाल के लिए अपनी उम्मीदवारी वापस ले लें। ओबामा का मानना था कि डेमोक्रेटिक पार्टी को एक मजबूत और युवा नेता की जरूरत है जो चुनावी मुकाबले में ट्रंप का सामना कर सके।
पार्टी का भविष्य
बाइडन के उम्मीदवारी छोड़ने के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी को अब नए उम्मीदवार की तलाश करनी होगी। पार्टी को एक ऐसे नेता की जरूरत है जो न केवल पार्टी को एकजुट कर सके, बल्कि चुनावी मुकाबले में ट्रंप के सामने मजबूती से खड़ा हो सके। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि युवा और ऊर्जावान नेतृत्व ही ट्रंप को चुनावी मैदान में कड़ी टक्कर दे सकता है।