Bhopal News : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कमलनाथ सरकार के पूर्व मंत्री आरीफ अकील का सोमवार सुबह निधन हो गया। 81 वर्षीय अकील का निधन भोपाल के एक निजी अस्पताल में हुआ। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, आरीफ अकील को रविवार शाम अचानक सीने में दर्द की शिकायत हुई, जिसके बाद उन्हें अपोलो सेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। उनका इलाज चल रहा था, लेकिन उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ और आज उन्होंने अंतिम सांस ली।
आरीफ अकील के निधन पर कांग्रेस पार्टी और उनके समर्थकों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। आरीफ अकील की राजनीतिक यात्रा और सामाजिक योगदान को लेकर श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है। उनके बेटे और वर्तमान विधायक आतिफ अकील ने बताया कि उनके पिता लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। आरीफ अकील के निधन से प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण शून्य उत्पन्न हुआ है।
लंबे समय से थे बीमार
आरिफ अकील लंबे से बीमार चल रहे थे, दिल्ली में भी उनका इलाज चला था. रविवार को सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां सोमवार सुबह उनका निधन हो गया. आरिफ अकील के विधायक बेटे आतिफ अकील ने इस बात की जानकारी दी है. उनका दिल्ली में भी इलाज चला था, जहां उनकी सर्जरी चली थी. लेकिन वह लंबे समय से बीमार थे. बताया जा रहा है कि आरिफ अकील को भोपाल में ही सुपुर्द ए खाक किया जाएगा.
6 बार विधायक बने
आरिफ अकील भोपाल की उत्तर विधानसभा सीट से लगातार चुनाव जीतते रहे हैं. 2023 में उन्होंने अपने बेटे आतिफ अकील को टिकट दिलवाया था। जहां आतिफ अकील ने भी चुनाव में जीत हासिल की थी। आरिफ अकील खुद भोपाल की उत्तर विधानसभा सीट से 6 बार विधायक बने। छात्र नेता के रूप में राजनीति शुरू करने वाले आरिफ अकील ने 1990 में पहली बार भोपाल उत्तर विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव जीता था। वह कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री हसानत सिद्दीकी को हराकर विधायक बने थे। इसके बाद आरिफ अकील ने भोपाल में एक उभरते हुए युवा नेता के रूप में अपनी पहचान बनानी शुरू की थी।