जदयू के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता राजीव रंजन का गुरुवार की देर शाम नई दिल्ली के मैक्स अस्पताल में आकस्मिक निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
राजीव रंजन का राजनीतिक सफर
राजीव रंजन ने 2010 में इस्लामपुर विधानसभा क्षेत्र से जदयू के टिकट पर विधायक निर्वाचित होकर अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की थी। उनके नेतृत्व में इस्लामपुर क्षेत्र ने कई विकास कार्य देखे। वे जदयू के महत्वपूर्ण नेताओं में से एक थे और पार्टी के अंदरूनी मामलों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी।
राजनीतिक जगत में शोक
राजीव रंजन के निधन की खबर से पूरे राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। जदयू के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है और उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता और मुख्यमंत्री ने भी उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है और कहा है कि राजीव रंजन का जाना पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है।
श्रद्धांजलि संदेश
राजीव रंजन के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए पार्टी के प्रवक्ताओं ने कहा कि वे एक कर्मठ और समर्पित नेता थे। उनकी नेतृत्व क्षमता और जनता के प्रति उनका समर्पण हमेशा याद किया जाएगा।
राजीव रंजन के निधन से पार्टी और उनके समर्थकों में गहरा शोक है। उनका योगदान हमेशा स्मरणीय रहेगा और उनकी कमी हमेशा खलेगी।
पार्टी ने उनके निधन पर शोक सभा का आयोजन किया है और सभी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे इस कठिन समय में उनके परिवार के साथ खड़े रहें।