Wayanad Landslide: वायनाड जिले में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण उत्पन्न स्थिति को देखते हुए सेना और आपदा प्रबंधन दलों द्वारा लगातार राहत और बचाव कार्य किए जा रहे हैं। फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने और शवों को बरामद करने का काम लगातार जारी है। आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार शाम तक भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 280 से अधिक हो चुकी है।
एएनआई के मुताबिक, एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीमें अभी भी और शव बरामद कर रही हैं। बचाव कार्य के लिए प्रभावित स्थलों पर केंद्रीय बलों की पर्याप्त टीमें तैनात की गई हैं।
घटनाओं का विवरण
केरल राजस्व विभाग के अनुसार, 30 जुलाई के शुरुआती घंटों में वायनाड के मुंडक्कई और चुरालमाला में दो बड़े भूस्खलन हुए। इन भूस्खलनों ने व्यापक विनाश किया, जिसमें कई लोगों की जान चली गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए।
राहत एवं बचाव कार्य
सेना एवं एनडीआरएफ की टीमें : प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत पहुँचाने के लिए सेना और एनडीआरएफ की टीमें सक्रिय हैं। वे बचाव कार्य में जुटी हुई हैं और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने का हर संभव प्रयास कर रही हैं।
स्थानीय प्रशासन : स्थानीय प्रशासन भी पूरी तत्परता से काम कर रहा है और प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में मदद कर रहा है।
स्वास्थ्य सेवाएं: घायल लोगों को तुरंत चिकित्सा सहायता दी जा रही है। अस्थायी चिकित्सा शिविर भी लगाए गए हैं।
प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति
मुंडक्कई और चुरालमाला सहित कई गांवों में भूस्खलन ने भारी विनाश किया है। घरों और सड़कों को भी भारी नुकसान हुआ है। कई लोग अभी भी मलबे के नीचे फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने का काम लगातार चल रहा है।
सहायता के लिए अपील
सरकार और विभिन्न राहत एजेंसियों ने जनता से अपील की है कि वे प्रभावित लोगों की मदद के लिए आगे आएं और राहत कार्यों में योगदान दें। कई एनजीओ और स्वयंसेवी संगठनों ने भी इस आपदा में मदद के लिए अपने हाथ बढ़ाए हैं।
वायनाड में भूस्खलन से उत्पन्न स्थिति बेहद गंभीर है, लेकिन सेना, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की तत्परता से राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं। उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति को नियंत्रित कर लिया जाएगा और प्रभावित लोगों को राहत पहुँचाई जा सकेगी।