INDIA : विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए (INDIA) ने फैसला किया है कि वे बुधवार को केंद्रीय बजट में विपक्ष शासित राज्यों के साथ किए गए भेदभाव के विरोध में संसद के अंदर और बाहर जोरदार प्रदर्शन करेंगे। इस निर्णय की पुष्टि मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर मंगलवार की शाम हुई बैठक के बाद की गई है। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे समेत सभी घटक दलों के नेताओं ने भाग लिया।
बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “केंद्रीय बजट में विपक्ष शासित राज्यों के साथ हो रहे भेदभाव को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह बजट राज्यों के विकास में बाधा डाल रहा है और उनके संसाधनों को सही ढंग से वितरित नहीं कर रहा है।”
प्रमुख मुद्दे
- वित्तीय भेदभाव:बैठक में विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि केंद्रीय बजट में विपक्ष शासित राज्यों को उनके उचित हिस्से से वंचित रखा गया है। राज्यों के विकास परियोजनाओं के लिए निधि आवंटन में भारी कटौती की गई है।
- रोजगार और अर्थव्यवस्था:विपक्ष का दावा है कि बजट में बेरोजगारी और आर्थिक संकट के समाधान के लिए कोई ठोस योजना नहीं है, जिससे राज्यों में बेरोजगारी बढ़ने की संभावना है।
- कृषि और ग्रामीण विकास:विपक्षी नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए बजट में कोई विशेष प्रावधान नहीं किए गए हैं, जिससे कृषि संकट और बढ़ेगा।
ये नेता करेंगे विरोध प्रदर्शन
बैठक में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता प्रमोद तिवारी, लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई, राकांपा प्रमुख शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत, तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक-ओ-ब्रायन और कल्याण बनर्जी, द्रमुक के टीआर बालू, जेएमएम की महुआ माझी, आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा और संजय सिंह, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और जयराम रमेश, माकपा के जान ब्रिटास समेत कई नेता शामिल हुए।