Operation Sindhu: ईरान और इज़रायल के बीच जारी तनावपूर्ण हालात के चलते वहां रह रहे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा एक गंभीर चिंता का विषय बन गया था। इसी परिस्थिति में भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंधु’ नामक विशेष रेस्क्यू अभियान शुरू किया, जिसका उद्देश्य ईरान में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालकर स्वदेश वापस लाना है।
जम्मू-कश्मीर के 90 छात्रों सहित 110 भारतीयों की सुरक्षित वापसी
ऑपरेशन सिंधु के पहले चरण में 110 भारतीय नागरिकों को सफलतापूर्वक ईरान से भारत लाया गया है, जिनमें जम्मू और कश्मीर के 90 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। इन सभी को भारत लाने के लिए एक जटिल लेकिन सुनियोजित योजना पर अमल किया गया। छात्र पहले ईरान से सड़क मार्ग के ज़रिए अर्मेनिया की राजधानी येरेवन पहुंचे। यह सफर भारतीय मिशनों की देखरेख और सुरक्षा में पूरा हुआ।18 जून को सभी छात्रों को इंडिगो की फ्लाइट 6E 9487 के माध्यम से दिल्ली लाया गया। जैसे ही यह विमान दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरा, वहां विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह पहले से मौजूद थे। उन्होंने छात्रों का गर्मजोशी से स्वागत किया और उनके स्वास्थ्य और हालचाल की जानकारी ली।
विदेश राज्य मंत्री ने जताई प्रतिबद्धता
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने इस अवसर पर कहा, “ईरान में जितने भी हमारे नागरिक हैं, उन्हें सुरक्षित स्वदेश लाना हमारी जिम्मेदारी है और हम इसे पूरी तरह निभाएंगे। हमारी सरकार हर भारतीय की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।” उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंधु के तहत एक और विमान तुर्कमेनिस्तान भेजा गया है, ताकि और भी भारतीयों को सुरक्षित लाया जा सके।
छात्रों और परिजनों ने जताया आभार
ईरान से सुरक्षित लौटे छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि संकट की घड़ी में भारत सरकार की तत्परता ने उन्हें भरोसा दिया। इस मिशन की सफलता के लिए छात्रों ने ईरान और अर्मेनिया की सरकारों का भी धन्यवाद दिया।
24×7 हेल्पलाइन और भारतीय मिशनों की सक्रियता
इस संकट के दौरान भारत के विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित किया है ताकि किसी भी तरह की जानकारी या सहायता तुरंत उपलब्ध कराई जा सके। साथ ही, तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने आपातकालीन हेल्पलाइन जारी कर रखी है, जिससे ईरान में मौजूद भारतीय नागरिक सीधे संपर्क कर सकते हैं।
भारत सरकार की त्वरित कूटनीति और मानवीय दृष्टिकोण
‘ऑपरेशन सिंधु’ इस बात का प्रतीक है कि भारत सरकार न केवल अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है, बल्कि संकट की स्थिति में त्वरित कूटनीतिक प्रयासों और मानवीय संवेदनाओं के साथ काम करती है। आने वाले दिनों में ऑपरेशन सिंधु के अंतर्गत और भी भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने की योजना बनाई जा रही है।