Puri Jagannath Temple: 46 साल बाद आज ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ मंदिर का प्रतिष्ठित खजाना ‘रत्न भंडार’ आज खुलेगा।इस रत्न भंडार में जगन्नाथ मंदिर के तीनों देवताओं जगन्नाथ, बालभद्र और सुभद्रा के गहने रखे गए हैं। वहीं भण्डार को खोलने के लिए खास तौर पर एक कमेटी बैठाई गई। जिसमें ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन बताते हैं कि रविवार से भंडार को खोलने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसके साथ-साथ भक्तों को भगवान के दर्शन करने के लिए किसी भी दिक्कत का सामना नहीं करना पड़गा।आपको बता दें कि भगवान जगन्नाथ मंदिर का पवित्र रत्न भंडार खुलने जा रहा है। रविवार को दोपहर 01 से 0130 बजे के बीच रत्न भंडार को पुन खुलेगा। इसको लेकर सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। वहीं इसके अलावा सुरक्षा के सभी इंतेजाम कि गए हैं और मंदिर में हेल्पलाइन और मेडिकल टीमें भी तैनात की गई हैं।
2 भागों में बंटा रत्न भंडार
भीतरी भंडार
बाहरी भंडार
भंडार में कितना खजाना
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन की ओर से हाई कोर्ट में दिए हलफनामे के अनुसार, रत्न भंडार में तीन कक्ष हैं। 25 गुणा 40 वर्ग फुट के आंतरिक कक्ष में 50 किलो 600 ग्राम सोना और 134 किलो 50 ग्राम चांदी है। इनका कभी इस्तेमाल नहीं हुआ। बाहरी कक्ष में 95 किलो 320 ग्राम सोना और 19 किलो 480 ग्राम चांदी है। इन्हें त्योहार पर निकाला जाता है। वहीं, वर्तमान कक्ष में तीन किलो 480 ग्राम सोना और 30 किलो 350 ग्राम चांदी है। दैनिक अनुष्ठान के लिए इन्हीं का उपयोग होता है।
इस समय खुलेगा रत्न भंडार
वहीं, उच्च स्तरीय समिति के चेयरमैन बिश्वनाथ रथ के मुताबिक, रत्न भंडार शुभ समय में दोपहर एक बजे से डेढ़ बजे के बीच खोला
जाएगा।
सांप कर रहे रक्षा…!
बताया जाता है कि आंतरिक रत्न भंडार से अक्सर फुफकारने की आवाजें आती रहती हैं। यह भी मान्यता है कि सांपों का एक समूह भंडार में रखे रत्नों की रक्षा करता है। इसलिए रत्न भंडार को खोले जाने से पहले मंदिर समिति ने भुवनेश्वर से सांप पकड़ने में निपुण दो व्यक्तियों को पुरी बुलाया है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति में रत पड़ने पर वे तैयार रहें। आपातकालीन स्थिति से निपटने के जरूरत लिए डॉक्टरों की एक टीम भी मौजूद रहेगी