UP Madrasas: उत्तर प्रदेश में 515 मान्यता प्राप्त मदरसों ने अपनी मान्यता सरेंडर कर दी है। इन मदरसों के संचालकों ने फर्जीवाड़े और बजट की कमी के कारण यह कदम उठाया है। मदरसा शिक्षा परिषद ने इन मदरसों की मान्यता समर्पण के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब रजिस्ट्रार को मान्यता समर्पण के कारणों की जांच करने और प्रक्रिया पूरी करने का अधिकार सौंपा गया है।
इन मदरसों में अब ताले
इस फैसले के बाद, इन मदरसों में अब ताले लटकने की संभावना है, जिससे संबंधित शिक्षण संस्थानों में शिक्षा की स्थिति पर असर पड़ सकता है। यह कदम मदरसा शिक्षा में सुधार और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में उठाया गया है।
आशंका भी जताई जा रही
मदरसा संचालकों ने कहा है कि फर्जीवाड़े और वित्तीय समस्याओं के कारण वे अपनी मान्यता बनाए रखने में असमर्थ हैं। इसके परिणामस्वरूप, इन मदरसों के संचालन में बाधा उत्पन्न हो सकती है, और इसमें ताले लटकने की आशंका भी जताई जा रही है। यह स्थिति मदरसा शिक्षा प्रणाली में सुधार और पारदर्शिता लाने के प्रयासों की ओर एक संकेत हो सकती है।
प्रबंधन की योजना बनाई जा रही
सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है और भविष्य में ऐसी स्थितियों से बचने के लिए बेहतर निगरानी और प्रबंधन की योजना बनाई जा रही है। मदरसा शिक्षा परिषद ने यह भी कहा है कि वह वित्तीय सहायता और अन्य संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है ताकि शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखा जा सके और मदरसों की मान्यता को सुरक्षित रखा जा सके।