Indore: मंगलवार को इंदौर नगर निगम में करोड़ों के फर्जी बिल घोटाले के खिलाफ कांग्रेस ने इंदौर में जोरदार प्रदर्शन किया। धरने के बाद, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने निगम मुख्यालय में घुसने की कोशिश की, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया, जिसके परिणामस्वरूप कुछ कार्यकर्ता और मीडियाकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ज्ञापन सौंपना और संघर्ष
कांग्रेसियों और पुलिस के बीच संघर्ष लगभग 10 मिनट तक चला। इसके बाद, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, और प्रदेश सहप्रभारी एवं सांसद कुलदीप इंदौरा ने प्रदर्शन स्थल पर ही एडीएम रोशन रॉय को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा।
सज्जन सिंह वर्मा की चेतावनी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने बांग्लादेश की घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि गलत नीतियों के परिणामस्वरूप जनता प्रधानमंत्री के घर में घुसकर प्रदर्शन कर सकती है। उन्होंने कहा, “नरेंद्र मोदी, याद रखो कि आज जो जनता सड़क पर हिलोरे ले रही है, वह गलत नीतियों के चलते तुम्हारे प्रधानमंत्री निवास में घुसकर कब्जा भी कर सकती है। अगर बीजेपी के लोग भ्रष्टाचार में लिप्त रहेंगे, तो जनता की सख्त प्रतिक्रिया अपरिहार्य होगी।”
जीतू पटवारी का आरोप
मीडिया से बात करते हुए पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नगर निगम में 2 हजार करोड़ का घोटाला हुआ है। पटवारी ने आरोप लगाया कि यदि सही तरीके से जांच की जाए, तो बीजेपी के लिए कोई सुरक्षित स्थान नहीं बचेगा और सभी भ्रष्ट लोग जेल की सलाखों के पीछे होंगे। उन्होंने इंदौरवासियों से अपील की कि वे घर से बाहर निकलें और खुले मन से विचार करें।
कैलाश विजयवर्गीय पर आरोप
पटवारी ने बीजेपी के नेता कैलाश विजयवर्गीय पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि विजयवर्गीय ने अमित शाह को बुलाकर एक इवेंट के दौरान चार लाख पौधों को 11 लाख बताकर रिकॉर्ड बनाने की कोशिश की। इसके पीछे उनका मकसद मोहन यादव की जड़ों को कमजोर करना और बीजेपी के अंदर ऑपरेशन लोट्स चलाना है, जिससे भ्रष्टाचार के माध्यम से पैसे की उगाही की जा सके।
शहर में तनावपूर्ण माहौल
इंदौर में हुए करोड़ों के फर्जी बिल घोटाले के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन और पुलिस की कार्रवाई ने शहर में तनावपूर्ण माहौल पैदा कर दिया है। कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं और इंदौरवासियों से अपील की है कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाएं। इस घटनाक्रम ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है और आगामी समय में इस मुद्दे पर और भी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल सकती हैं।