Rajasthan:राजस्थान के अचरोल चंदवाजी से एक महिला ने अपनी बेटी के साथ लिव इन में रह रहे युवक पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। महिला ने पुलिस को तहरीर दी है, जिसमें कहा गया है कि जब वह अपनी बेटी से मिलने आई, तो युवक ने उसके साथ गाली-गलौज की और कपड़े फाड़ने की कोशिश की। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपित युवक की तलाश जारी है।
महिला की शिकायत और आरोप
महिला ने गंगनहर कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उसकी बेटी रुड़की के पश्चिमी अंबरतालाब में एक युवक के साथ लिव इन में रहती है। 14 अगस्त को महिला अपनी बेटी से मिलने रुड़की आई थी, और अपने भांजे के साथ युवक के घर गई। महिला का आरोप है कि युवक ने न केवल उसकी पिटाई की बल्कि उसके कपड़े फाड़ने का प्रयास भी किया। इसके बाद, महिला और उसका भांजा किसी तरह से बचकर एक पड़ोसी के घर पहुंचे। आरोप है कि युवक वहां भी गाली-गलौज करता रहा। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पथरी थाना क्षेत्र में नाबालिग के अपहरण का मामला
हरिद्वार के पथरी थाना क्षेत्र में एक नाबालिग का अपहरण कर दुष्कर्म करने के आरोपी को पंजाब के अमृतसर से गिरफ्तार कर लिया गया है। दो महीने पहले नाबालिग को अपहृत कर दुष्कर्म का मामला सामने आया था। पुलिस ने नाबालिग को पहले ही बरामद कर लिया था और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के माध्यम से उसके परिवार के सुपुर्द कर दिया था।
आरोपित की गिरफ्तारी और न्याय की प्रक्रिया
हरिद्वार पुलिस ने आरोपित राजदीप को अमृतसर में उसके घर से गिरफ्तार किया। आरोपित ने फोन पर नाबालिग से दोस्ती की थी और उसके विश्वास को जीत लिया था। जून में, मिलने के बहाने उसने नाबालिग का अपहरण कर लिया। पीड़िता की मां ने 26 जून 2024 को पथरी थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया। पुलिस ने नाबालिग को बरामद कर लिया था, लेकिन आरोपित मौके से फरार हो गया था।
पुलिस की कार्रवाई और आरोपित की गिरफ्तारी
पुलिस ने मुखबिर की सूचना और सर्विलांस के माध्यम से आरोपित की लोकेशन ट्रेस की। सूचना मिलने पर पुलिस ने शुक्रवार को अमृतसर के ग्राम कडयार अंजनाला से आरोपित राजदीप को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपित को हरिद्वार लाकर कोर्ट में पेश किया, जहां उसे जेल भेज दिया गया। नाबालिग को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के माध्यम से उसके परिवार के सुपुर्द कर दिया गया है।
इस प्रकार, दोनों मामलों में पुलिस की सक्रियता और कड़ी कार्रवाई से यह साबित होता है कि कानून अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।