पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के निर्णय पर सरयू राय की टिप्पणी
Jharkhand Politics: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हेमंत सोरेन सरकार के मंत्री चंपई सोरेन के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। खबरें आ रही हैं कि चंपई सोरेन अपने साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कई विधायकों को लेकर भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए जेडीयू नेता और जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने कहा है कि चंपई सोरेन जो भी निर्णय लेंगे, वह राज्य के हित में ही होगा।
चंपई सोरेन के संभावित निर्णय पर सरयू राय की प्रतिक्रिया
चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए सरयू राय ने कहा, “चंपई सोरेन वरिष्ठ नेता हैं और वे अपने निर्णय स्वयं सोच-समझकर ही लेंगे। हमारे लिए उनकी शुभकामनाएं हैं। जो कुछ भी होगा, वही होगा। चंपई सोरेन जो भी निर्णय लेंगे, वह राज्य और अपने हित में सही ही होगा।”
जेपीएम के नेता का भाजपा में शामिल होने पर सरयू राय का बयान
जब सरयू राय से पूछा गया कि जेएमएम के इतने बड़े नेता के भाजपा में शामिल होने की अटकलें हैं, क्या इससे किसी प्रकार की तकलीफ हुई है या कोई बात हुई है? उन्होंने जवाब दिया, “जब से चंपई सोरेन मुख्यमंत्री बने थे, तब से सिवाय विधानसभा में प्रश्नों के उत्तर देने के अलावा उनसे कोई संवाद नहीं हुआ। अगर किसी व्यक्ति को आहत महसूस होता है या उसका स्वाभिमान ठेस पहुंचता है, तो वह ऐसा निर्णय ले सकता है।”
राजनीतिक परिदृश्य में संभावित परिवर्तन
सरयू राय ने आगे कहा, “चंपई सोरेन का निर्णय सही है या नहीं, इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। झारखंड में संभावित परिवर्तनों को देखते हुए, यह संभव है कि कांग्रेस से भी कुछ मंत्री भाजपा में शामिल हो जाएं। आस-पड़ोस से भी लोग रवाना हो सकते हैं, ऐसे कई संभावनाएं हैं।”
चंपई सोरेन और अन्य विधायकों के संबंध
जब चंपई सोरेन के साथ अन्य विधायकों के संपर्क में रहने के सवाल पर सरयू राय से पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “यदि चंपई सोरेन कोई निर्णय लेते हैं, तो यह देखना होगा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के कितने विधायक उनके साथ हैं। अगर इतने विधायक होंगे कि पार्टी का विभाजन जायज माना जाए, तभी चंपई सोरेन अपना निर्णय ले सकते हैं।”
निष्कर्ष
चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की चर्चाओं ने झारखंड की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। सरयू राय ने इस मुद्दे पर अपनी राय स्पष्ट करते हुए कहा है कि चंपई सोरेन का निर्णय उनके और राज्य के हित में ही होगा। इस बीच, राजनीतिक परिदृश्य में संभावित परिवर्तनों के संकेत भी मिल रहे हैं, जो भविष्य में झारखंड की राजनीति को प्रभावित कर सकते हैं।