Kangana Ranaut: बीजेपी सांसद और प्रसिद्ध एक्ट्रेस कंगना रनौत ने हाल ही में किसानों के खिलाफ दिए गए अपने विवादित बयान के लिए अपनी पार्टी से माफी मांगी है। न्यूज़ 24 को दिए एक इंटरव्यू में, कंगना ने कहा कि अगर उनके बयानों के कारण पार्टी को किसी प्रकार का नुकसान हुआ है, तो उन्हें इससे बेहद दुख हुआ है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं रखती थीं।
बीजेपी ने कंगना के बयान पर जताई असहमति
कंगना रनौत के बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। पार्टी ने कहा था कि कंगना के बयानों का बीजेपी से कोई लेना-देना नहीं है और पार्टी कंगना के बयान से असहमत है। बीजेपी ने कंगना को फटकार लगाते हुए कहा कि वे पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बोलने के लिए अधिकृत नहीं हैं। यह बयान बीजेपी की आधिकारिक नीति का हिस्सा नहीं था।
कंगना का विरोध और धमकियों पर प्रतिक्रिया
कंगना ने आरोप लगाया कि उन्हें धमकियां दी जा रही हैं, जिनका संबंध किसान आंदोलन से नहीं है। उनका कहना था कि ये धमकियां अपराधी तत्वों द्वारा दी जा रही हैं जो उन्हें दबाना चाहते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनके बयान के विरोध में उठ रही आवाजें राजनीतिक उद्देश्यों के लिए उठाई जा रही हैं।
फिल्म ‘इमरजेंसी’ के खिलाफ याचिका
कंगना रनौत की आगामी फिल्म ‘इमरजेंसी’ भी विवादों में घिरी हुई है। पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है, जिसमें कहा गया है कि फिल्म में सिख समुदाय को गलत तरीके से दिखाया गया है। याचिका में फिल्म की रिलीज पर पंजाब में रोक लगाने की मांग की गई है। कंगना ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे एक आर्टिस्ट हैं और उनके पास सच दिखाने का संवैधानिक अधिकार है।
कंगना का अभिव्यक्ति की आजादी पर जोर
कंगना रनौत ने इस विवाद के बीच अपने अधिकारों की रक्षा की बात की है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वे किसी भी प्रकार की धमकी या दबाव के सामने झुकने वाली नहीं हैं। कंगना ने कहा कि हर कलाकार को अभिव्यक्ति की आजादी मिलनी चाहिए और वे देश के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इस विवाद के बीच कंगना रनौत अपने फिल्म प्रमोशन में व्यस्त हैं और लगातार अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आवाज उठा रही हैं। उनके बयान और फिल्म को लेकर उठ रहे विवादों ने उन्हें राजनीतिक और सामाजिक हलकों में एक बार फिर से सुर्खियों में ला दिया है।