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2024 पैरालंपिक में ऐतिहासिक सफलता: भारत 20 पदकों के साथ सातवें स्थान पर

Paralympics Medal Tally 2024:भारत का 2024 पैरालंपिक खेलों में प्रदर्शन न केवल ऐतिहासिक रहा बल्कि देश के खेल इतिहास में एक नया अध्याय भी जोड़ा। इस बार के पैरालंपिक में भारतीय दल ने 6 स्वर्ण, 7 रजत, और 7 कांस्य पदक जीते, जिससे भारत ने कुल 20 पदकों के साथ पदक तालिका में सातवां स्थान प्राप्त किया।

प्रमुख एथलीटों की उपलब्धियां:

  1. अवनी लेखारा ने शूटर के रूप में अपना दबदबा कायम रखते हुए इस बार भी दो स्वर्ण पदक जीते। उन्होंने 10 मीटर एयर राइफल और 50 मीटर राइफल प्रोन में भारत को गौरव दिलाया।
  2. सुमित अंतिल ने जेवलिन थ्रो में अपने शानदार प्रदर्शन से स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने नए विश्व रिकॉर्ड के साथ सभी का ध्यान आकर्षित किया।
  3. प्रमोद भगत और सुहास यथिराज ने बैडमिंटन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण और रजत पदक जीते, जिससे भारत को बैडमिंटन में दो महत्वपूर्ण पदक मिले।
  4. सिंहराज अधाना ने शूटर के रूप में शानदार प्रदर्शन करते हुए एक स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीता।

भारत के खेल इतिहास में महत्वपूर्ण मोड़:

  • यह पहली बार है जब भारत ने पैरालंपिक में 20 पदक का आंकड़ा पार किया है। इसने भारतीय खेल परिदृश्य में विकलांग एथलीटों की संभावनाओं को नई पहचान दी है।
  • भारतीय पैरालंपिक दल ने जिस प्रकार से अपनी मेहनत और समर्पण का प्रदर्शन किया है, उसने पूरे देश को प्रेरित किया है और विकलांग खेलों के प्रति समाज का दृष्टिकोण बदलने में मदद की है।

भविष्य की उम्मीदें:

भारत की इस शानदार सफलता ने भविष्य के लिए बड़ी उम्मीदें जगाई हैं। सरकार और खेल संस्थाओं द्वारा विकलांग एथलीटों को मिल रही सुविधाएं और प्रोत्साहन ने यह दिखाया है कि आने वाले समय में भारत पैरालंपिक खेलों में और भी ऊंचाइयों को छू सकता है।

भारत के पैरालंपिक खिलाड़ियों ने अपने संघर्ष, समर्पण और उत्कृष्टता से यह साबित कर दिया है कि कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता। उनके इस प्रदर्शन से न सिर्फ भारतीय खेल प्रेमियों में खुशी और गर्व का माहौल है, बल्कि यह अगली पीढ़ी के एथलीटों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन चुका है।

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