Monkeypox & Corona:एम्स के डॉक्टरों ने मंकीपॉक्स और कोरोना वायरस की तुलना करते हुए बताया है कि मंकीपॉक्स कोरोना वायरस के मुकाबले उतना खतरनाक नहीं है। मंकीपॉक्स एक पुराना वायरस है, जिसकी पहचान पिछले 50 वर्षों से की गई है। यह वायरस कोरोना की तुलना में तेजी से नहीं फैलता और ज्यादातर नजदीकी संपर्क के माध्यम से संक्रमण फैलता है।
डॉक्टरों के अनुसार, मंकीपॉक्स की मृत्यु दर कोरोना वायरस के मुकाबले कम है। हालांकि, सतर्कता बरतना आवश्यक है क्योंकि वायरस का प्रभाव अलग-अलग व्यक्तियों में भिन्न हो सकता है। लोगों को मंकीपॉक्स के लक्षणों और संक्रमण के तरीकों के बारे में जागरूक रहना चाहिए और जरूरी स्वास्थ्य सुरक्षा उपायों का पालन करना चाहिए।
मंकीपॉक्स एक पुराना वायरस है
एम्स के डॉक्टरों ने मंकीपॉक्स और कोरोना वायरस के बीच तुलना करते हुए कहा है कि मंकीपॉक्स वायरस कोरोना के मुकाबले कम खतरनाक है। मंकीपॉक्स एक पुराना वायरस है, जिसकी पहचान 50 साल पहले की गई थी। इसके बारे में काफी जानकारी पहले से मौजूद है, और यह कोरोना वायरस के मुकाबले धीमी गति से फैलता है।
इसकी मृत्यु दर कोरोना वायरस की तुलना में काफी कम
डॉक्टरों ने बताया कि मंकीपॉक्स आमतौर पर नजदीकी संपर्क से फैलता है, और इसकी मृत्यु दर कोरोना वायरस की तुलना में काफी कम है। मंकीपॉक्स के लक्षणों में बुखार, शरीर में चकत्ते, और लसीका ग्रंथियों में सूजन शामिल हो सकते हैं, लेकिन इसके गंभीर मामलों की संख्या कोरोना की तुलना में काफी कम है।
सतर्कता बरतना जरूरी
फिर भी, सतर्कता बरतना जरूरी है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से सलाह दी है कि वे मंकीपॉक्स के लक्षणों के प्रति सतर्क रहें और यदि कोई संदिग्ध लक्षण दिखाई दें तो चिकित्सीय सलाह लें। इसके अतिरिक्त, व्यक्तिगत स्वच्छता और नजदीकी संपर्क से बचाव के उपायों का पालन करना भी महत्वपूर्ण है।