बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती, जिन्होंने अपने करियर में कई शानदार फिल्मों से लोगों के दिलों में खास जगह बनाई है, को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार भारतीय सिनेमा में उनके अतुलनीय योगदान को मान्यता देते हुए दिया जा रहा है। सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी घोषणा की है।
मंत्री की घोषणा और मिथुन के लिए फैंस की खुशी
सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर इस खबर की जानकारी देते हुए लिखा, “मिथुन दा की सिनेमाई यात्रा हर पीढ़ी को प्रेरित करती है! मैं यह घोषणा करते हुए सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि दादा साहब फाल्के सिलेक्शन जूरी ने महान अभिनेता श्री मिथुन चक्रवर्ती जी को भारतीय सिनेमा में उनके प्रतिष्ठित योगदान के लिए पुरस्कार देने का निर्णय लिया है।”
मिथुन चक्रवर्ती को यह सम्मान 8 अक्टूबर 2024 को 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड सेरेमनी में प्रदान किया जाएगा। इस घोषणा के बाद उनके फैंस और बॉलीवुड सेलेब्स ने सोशल मीडिया पर उन्हें बधाई देना शुरू कर दिया है। इससे पहले, मिथुन चक्रवर्ती को पद्म भूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है, जो उन्हें अप्रैल 2024 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा दिया गया था।
मिथुन चक्रवर्ती की भावनात्मक प्रतिक्रिया
दादा साहब फाल्के पुरस्कार की घोषणा के बाद मिथुन चक्रवर्ती ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि उनके पास इस सम्मान को लेकर शब्द नहीं हैं। खुद को “कोलकाता के फुटपाथों से आया लड़का” बताते हुए, 74 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें इस तरह का सम्मान मिलेगा। मिथुन ने एएनआई से कहा, “मैं जो महसूस कर रहा हूं उसे बयां करने के लिए मेरे पास कोई भाषा नहीं है। ना मैं हंस सकता हूं, ना खुशी में रो सकता हूं।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं कोलकाता की गलियों से आया हूं। मैं फुटपाथों से उठा हूं। ऐसी जगह का एक लड़का इतना बड़ा सम्मान जीत रहा है… मैंने कभी इसकी कल्पना भी नहीं की थी। मैं बेहद खुश हूं और इसे अपने परिवार और दुनिया भर के फैंस को समर्पित करता हूं।”
मिथुन चक्रवर्ती का संघर्षपूर्ण सफर
मिथुन चक्रवर्ती का जन्म कोलकाता में हुआ और उन्होंने कड़े संघर्ष के बाद फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने 1977 में आई फिल्म ‘मृग्या’ से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड भी मिला था। इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड में एक के बाद एक सुपरहिट फिल्में दीं और अपने अभिनय का लोहा मनवाया।
उनकी सबसे यादगार फिल्मों में अग्निपथ, मुझे इंसाफ चाहिए, हमसे है जमाना, पसंद अपनी-अपनी, घर एक मंदिर और कसम पैदा करने वाले की जैसी फिल्में शामिल हैं। अपने करियर में उन्होंने हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, बंगाली और पंजाबी भाषाओं में 350 से ज्यादा फिल्में की हैं। मिथुन चक्रवर्ती आज भी अपने फैंस के दिलों पर राज कर रहे हैं, और यह सम्मान उनके लंबे और सफल करियर का प्रतीक है।