13 नवंबर को बिहार के चार विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव की वोटिंग
बिहार के चार विधानसभा क्षेत्रों में आज, 13 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह उपचुनाव गया जिले की इमामगंज और बेलागंज, भोजपुर जिले की तरारी और कैमूर जिले की रामगढ़ विधानसभा सीटों पर हो रहे हैं। इन सीटों पर राजनीति का माहौल काफी गर्म है, क्योंकि इन चुनावों में कई बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। कुल 1277 मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो चुका है, और लगभग 12 लाख 2 हजार 63 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे।
बेलागंज और इमामगंज में चुनावी घमासान
बेलागंज सीट पर वोटिंग शुरू, जीतनराम मांझी की बहू मैदान में
गया जिले के बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। नगर प्रखंड के खिरियावां पंचायत मतदान केंद्र पर सुबह से ही मतदाता लंबी कतारों में खड़े नजर आए। मॉक पोल के बाद मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गई, और यहां पर मतदान का समय सुबह 7 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक निर्धारित किया गया है।
बेलागंज सीट पर यह चुनाव खासा महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां से 2015 से जीतनराम मांझी विधायक रहे थे, लेकिन 2024 में वे केंद्रीय मंत्री बनने के बाद अपनी बहू दीपा मांझी को इस सीट से हम पार्टी का उम्मीदवार बनाकर चुनावी मैदान में उतार रहे हैं। इस सीट पर उनका मुकाबला राजद के रौशन मांझी और जन सुराज पार्टी के जितेन्द्र कुमार से है।
इमामगंज में मतदान का समय और उम्मीदवारों का संघर्ष
इमामगंज विधानसभा सीट पर मतदान सुबह 7 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक चलेगा। यहां भी चुनावी मुकाबला कड़ा है। इस सीट पर राजद के उम्मीदवार विश्वनाथ यादव का मुकाबला जदयू की उम्मीदवार मनोरमा देवी से हो रहा है। जन सुराज पार्टी की तरफ से मोहम्मद अमजद भी मैदान में हैं, जिससे मुकाबला और भी रोचक हो गया है।
तरारी और रामगढ़ में भी भारी चुनावी दंगल
तरारी सीट पर राजद और जदयू की सीधी टक्कर
भोजपुर जिले की तरारी विधानसभा सीट पर भी आज मतदान हो रहा है। इस सीट पर राजद के उम्मीदवार विश्वनाथ यादव और जदयू की उम्मीदवार मनोरमा देवी के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल रही है। इसके साथ ही जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार मोहम्मद अमजद भी चुनावी मैदान में हैं, जिससे यह मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है।
रामगढ़ सीट पर पांच उम्मीदवारों की टक्कर
कैमूर जिले की रामगढ़ विधानसभा सीट पर भी चुनावी घमासान मचा हुआ है। यहां कुल पांच उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें आरजेडी के अजीत सिंह, भाजपा के अशोक सिंह, बसपा के सतीश कुमार पिंटू, जन सुराज के सुशील सिंह और राष्ट्रीय संभावना पार्टी के राजकुमार राम शामिल हैं। इस सीट पर जातीय समीकरण और राजनीतिक दलों के साथ-साथ क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर भी कड़ी प्रतिस्पर्धा है।
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य और उम्मीदवारों की स्थिति
राजनीतिक परिवारों की प्रतिष्ठा दांव पर
इन उपचुनावों में कई प्रमुख राजनीतिक परिवारों की प्रतिष्ठा दांव पर है। बेलागंज में जहां जीतनराम मांझी के परिवार के सदस्य चुनावी मैदान में हैं, वहीं कैमूर की रामगढ़ सीट पर पूर्व विधायक सुनील पांडे के पुत्र विशाल प्रशांत एनडीए की ओर से भाजपा के उम्मीदवार हैं। इसके अलावा, माले के उम्मीदवार राजू यादव यादव समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हुए चुनाव लड़ रहे हैं। जन सुराज पार्टी से पहली बार चुनाव लड़ रही किरण सिंह भी इस बार चुनावी मैदान में हैं, जो मुकाबले को और रोचक बना रही हैं।
बिहार के इन चार विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में राजनीतिक दलों के लिए यह महत्वपूर्ण परीक्षा है, क्योंकि इन चुनावों में नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्वक चल रही है और सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। यह उपचुनाव आने वाले समय में बिहार की राजनीति की दिशा तय कर सकते हैं।