Gautam Adani In Maha Kumbh :अदाणी समूह के चेयरमैन, गौतम अदाणी ने उत्तर प्रदेश में अपने समूह द्वारा बड़े निवेश करने का ऐलान किया है। मंगलवार को उन्होंने अपनी पत्नी प्रीति अदाणी के साथ महाकुंभ के मौके पर प्रयागराज का दौरा किया और इस दौरान उत्तर प्रदेश में विकास और निवेश के अवसरों पर चर्चा की। गौतम अदाणी ने बताया कि राज्य सरकार के विकासात्मक दृष्टिकोण और नीतियों से प्रेरित होकर उनका समूह उत्तर प्रदेश में अधिक निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में कई संभावनाएं हैं और हम प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित दिशा में लगातार योगदान देने के लिए तैयार हैं। यह प्रदेश विकास के मामले में एक बड़ा अवसर प्रस्तुत करता है।” इसके साथ ही, उन्होंने महाकुंभ के आयोजन में शामिल होने के अनुभव को भी साझा किया और कहा कि इस मेले की व्यवस्थाएं और सफाई औद्योगिक घरानों के लिए एक शोध का विषय हो सकती हैं। गौतम अदाणी ने महाकुंभ में मिली व्यवस्थाओं को शानदार बताया और इसे अद्वितीय अनुभव बताया
महाकुंभ में अदाणी परिवार का धार्मिक
गौतम अदाणी और उनकी पत्नी प्रीति अदाणी ने महाकुंभ में गंगा नदी में स्नान किया और पूजा अर्चना की। इसके बाद, वे शंकर विमानमंडपम मंदिर भी गए। अदाणी परिवार का यह दौरा न केवल धार्मिक था, बल्कि इसमें एक सामाजिक उद्देश्य भी शामिल था। अदाणी समूह ने महाकुंभ में प्रसाद वितरण के लिए इस्कॉन के साथ साझेदारी की है और गौतम अदाणी ने इस प्रसाद वितरण सेवा में भाग लिया। इस प्रयास के माध्यम से, अदाणी परिवार ने समाज के लिए अपनी जिम्मेदारी को और बढ़ाया, और इससे उनकी कंपनी के सामाजिक योगदान को और बल मिला है।
अदाणी फाउंडेशन के माध्यम से समाज में बदलाव की दिशा
अदाणी समूह सिर्फ व्यावसायिक क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि समाज सेवा में भी सक्रिय है। गौतम अदाणी अपने अदाणी फाउंडेशन के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं। यह फाउंडेशन शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, और अन्य सामाजिक क्षेत्रों में काम कर रहा है। गौतम अदाणी का कहना है कि उनका समूह हर साल समाज सेवा के लिए लाखों रुपये खर्च करता है ताकि देशभर में गरीब बच्चों और महिलाओं की जीवनशैली को बेहतर बनाया जा सके।
अदाणी फाउंडेशन की गतिविधियों ने समाज में गहरा प्रभाव डाला है, और यह फाउंडेशन निरंतर विकास के लिए काम कर रहा है। गौतम अदाणी का यह संकल्प न केवल उत्तर प्रदेश के विकास को आगे बढ़ाएगा, बल्कि यह उनके समूह के सामाजिक और पर्यावरणीय जिम्मेदारियों को भी उजागर करेगा।