Maha Kumbh Mela 2025: प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ ने कई श्रद्धालुओं की जान को खतरे में डाल दिया है। इस दुर्घटना में 20 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है, हालांकि इस संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। कई श्रद्धालु घायल हुए हैं और उन्हें कुंभ क्षेत्र के सेक्टर 2 स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राहत कार्यों की निगरानी के लिए उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की और स्थिति का आकलन किया।
सीएम योगी की बैठक और राहत कार्यों की निगरानी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना के बाद उच्च अधिकारीयों के साथ बैठक की और मौके की स्थिति का गहन आकलन किया। इस दौरान, यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार को लखनऊ से प्रयागराज रवाना किया गया ताकि वह घटनास्थल पर जाकर राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए प्रशासन को दिशा-निर्देश दे सकें। इसके साथ ही, सीएम योगी ने मेला प्रशासन और अखाड़ों से बातचीत की, जिसमें यह तय किया गया कि स्नान के लिए अखाड़ों के साधु संत 11 बजे के बाद क्रमवार तरीके से संगम में जाएंगे।
श्रद्धालुओं से अपील और प्रशासनिक निर्देश
सीएम योगी ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे जिस घाट के पास हैं, वहीं स्नान करें और संगम नोज की ओर जाने से बचें। उन्होंने प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की, ताकि किसी प्रकार की अफवाहों से बचा जा सके और व्यवस्था को बनाए रखा जा सके। साथ ही, उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि स्नान की व्यवस्था और सुरक्षा प्रबंधों को पहले से और बेहतर किया जाए।
पीएम मोदी की निरंतर निगरानी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी महाकुंभ की स्थिति पर नजर बनाए रखी है और उन्होंने तीन बार सीएम योगी से संवाद किया। पीएम मोदी ने राहत कार्यों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए और प्रशासन को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया।
अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया और अपील
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और राज्य सरकार से अपील की कि वे घायलों को एयर एंबुलेंस के माध्यम से अच्छे अस्पतालों में भेजने की व्यवस्था करें। उन्होंने मृतकों के शवों को उनके परिजनों तक पहुंचाने का प्रबंध करने का भी आग्रह किया। इसके अलावा, उन्होंने सरकार से श्रद्धालुओं के लिए ठहरने, भोजन, पानी और अन्य सुविधाओं के लिए बेहतर व्यवस्था करने की अपील की। साथ ही, उन्होंने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने की गुजारिश की है।
जूना अखाड़े की अपील
जूना अखाड़े के महामंत्री महंत हरि गिरि ने भी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे जहां भी हैं, वहीं गंगा में स्नान करें और घर लौट जाएं। उनका कहना था कि चाहे प्रयागराज की सीमा के भीतर हो या बाहर, गंगा स्नान करने से वही पुण्य मिलेगा और इस प्रकार वे सुरक्षित रह सकते हैं।