BPSC Protest:बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने और फिर से नए सिरे से आयोजन की मांग को लेकर पटना में जोरदार विरोध प्रदर्शन हुआ। इस प्रदर्शन में सैकड़ों अभ्यर्थी शामिल हुए, जो परीक्षा के आयोजन में हुए बदलाव के खिलाफ सड़कों पर उतरे थे। ये प्रदर्शनकारी बीपीएससी द्वारा की गई परीक्षा के रद्दीकरण को लेकर नाखुश थे और उन्होंने परीक्षा को फिर से आयोजित करने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों पर एफआईआर दर्ज
पटना पुलिस ने इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने वाले 350 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की है। जिला प्रशासन के अनुसार, इन प्रदर्शनकारियों ने कानून का उल्लंघन किया है और परीक्षा के आयोजन को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की। पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच के दौरान यह जानकारी सामने आई है कि कुछ कोचिंग संचालकों ने और अन्य कुछ व्यक्तियों ने सोशल मीडिया पर टेलीग्राम के माध्यम से क्यूआर कोड जारी किए थे। इन कोड्स के जरिए प्रदर्शनकारियों को एकजुट करने का प्रयास किया गया था, जिससे बड़ी संख्या में लोग विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
हिरासत में लिए गए अभ्यर्थी
इस प्रदर्शन के दौरान करीब 30 अभ्यर्थियों को हिरासत में लिया गया। ये लोग मुख्य रूप से उस आंदोलन का हिस्सा थे, जिसमें बीपीएससी के खिलाफ आवाज उठाई जा रही थी। पुलिस ने इन व्यक्तियों से पूछताछ की और उनके खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी। प्रशासन का कहना है कि यदि किसी ने कानून का उल्लंघन किया है, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सामाजिक मीडिया के माध्यम से विरोध फैलाया गया
जिला प्रशासन के मुताबिक, इस प्रदर्शन को फैलाने में सोशल मीडिया का बड़ा हाथ था। कोचिंग संचालकों और अन्य व्यक्तियों ने टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हुए लोगों को विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। क्यूआर कोड का इस्तेमाल कर लोगों तक सूचना पहुंचाई गई, और इसके माध्यम से बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
बिहार सरकार और बीपीएससी की प्रतिक्रिया
इस घटनाक्रम के बाद बिहार सरकार और बीपीएससी की ओर से कोई आधिकारिक बयान अभी तक सामने नहीं आया है। हालांकि, यह साफ है कि बीपीएससी द्वारा परीक्षा के रद्दीकरण को लेकर कई अभ्यर्थियों में असंतोष और गुस्सा है। अभ्यर्थियों का मानना है कि परीक्षा रद्द करना उनके भविष्य के लिए प्रतिकूल है और इससे उन्हें नुकसान हो सकता है।
पटना में हुए इस बड़े प्रदर्शन
बीपीएससी के खिलाफ पटना में हुए इस बड़े प्रदर्शन ने यह साफ कर दिया कि अभ्यर्थियों में सरकार और आयोग के निर्णय के प्रति गहरी निराशा और असंतोष है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और भी राजनीतिक और कानूनी चर्चाएं हो सकती हैं, जो बिहार के शिक्षा और परीक्षा प्रणाली को प्रभावित कर सकती हैं।