Manthan 2025: गोमती नगर, लखनऊ स्थित आई एम आर टी बिजनेस स्कूल ने व्यवसायिक शिक्षा के क्षेत्र में अपने अग्रणी योगदान के रूप में एक विशेष कार्यक्रम “मंथन टीच मीट-2025” का आयोजन किया। यह एक दिवसीय कार्यक्रम था, जिसमें वर्तमान शिक्षा प्रणाली और छात्रों के शिक्षा के प्रति दृष्टिकोण पर गहन चर्चा की गई। कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के चेयरमैन, सेवानिवृत्त आईएफएस अधिकारी श्री देश राज बंसल, संस्थान के निदेशक श्री सुनील श्रीवास्तव और अन्य मंचासीन प्रमुख व्यक्तित्वों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। इस कार्यक्रम में लखनऊ और आस-पास के 60 से अधिक डिग्री कॉलेजों के लगभग 200 प्रिंसिपल और शिक्षक उपस्थित रहे।
पहला सत्र: रोजगार में शिक्षा की उन्नति
कार्यक्रम के पहले सत्र का विषय था “रोजगार में शिक्षा की उन्नति”, जो वर्तमान समय में अत्यंत प्रासंगिक है। इस सत्र की शुरुआत प्रो. श्रीश सर्वज्ञ (आईआईएम) के व्याख्यान से हुई। इसके बाद प्रो. दीक्षा (विभागाध्यक्ष – बी.वॉक, नेशनल पीजी कॉलेज), मिस नैंसी गुप्ता (सीएमए), प्रो. अरुण सिंह (विभागाध्यक्ष – कॉमर्स, फिरोज गांधी पी कॉलेज, रायबरेली), प्रो. नवीन सैमुएल (प्राचार्य, क्रिस्चियन कॉलेज) ने शिक्षा और रोजगार के बीच संबंध पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इस सत्र के की-नोट स्पीकर थे प्रो. सुशील कुमार (आईआईएम) और प्रो. संजय मेधावी (प्रबंधन विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय), जिन्होंने इस विषय पर अपने विचारों को साझा किया।
दूसरा सत्र: छात्र अनुपस्थिति और माता-पिता की भूमिका
कार्यक्रम के दूसरे सत्र का विषय था “छात्र अनुपस्थिति और उच्च शिक्षा में माता-पिता की भूमिका”, जो विद्यार्थियों की शिक्षा में अभिभावकों की भूमिका और छात्र अनुपस्थिति के कारणों पर केंद्रित था। इस सत्र में प्रो. आर.एस. मिश्रा (डायरेक्टर, बीएसएसआईटीएम), प्रो. अलका सिंह (प्रोफेसर, चंडीगढ़ विश्वविद्यालय), सीए देवेश अग्रवाल (लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन), श्री दिव्य जोशी (कॉर्पोरेट ट्रेनर), प्रो. विशाल सक्सेना (प्रोफेसर, कानपुर विश्वविद्यालय) और प्रो. सतेंद्र कुमार सिंह (सेक्रेटरी, एकेडब्ल्यूएल) ने अपने विचार प्रस्तुत किए। इस सत्र के की-नोट स्पीकर थे रचना गोविल (अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित, सेवानिवृत्त एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया) और प्रो. खालिद समादी (सीईओ, जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, लखनऊ)।
सवाल-जवाब सत्र और समापन
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न कॉलेजों से आए शिक्षकों ने छात्रों से जुड़ी समस्याओं पर स्पीकरों से सवाल किए, जिससे कार्यक्रम और भी प्रभावी और शिक्षाप्रद बन गया। अंत में, कार्यक्रम के समापन सत्र में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने सर्टिफिकेट वितरण किया।
संस्थान के चेयरमैन का संबोधन
कार्यक्रम के समापन पर संस्थान के चेयरमैन श्री देश राज बंसल ने शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और सुधारों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा में नए आयामों का समावेश छात्रों के भविष्य के लिए अत्यंत लाभकारी होगा। अपने आशीर्वचनों के साथ उन्होंने इस महत्वपूर्ण शैक्षिक कार्यक्रम की समाप्ति की।