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महाकुंभ 2025 का अभूतपूर्व समापन: सीएम योगी आदित्यनाथ ने जताई भावनाएं


Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 का भव्य समापन हुआ। यह समापन महाशिवरात्रि के दिन हुआ, जब डेढ़ करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा में पवित्र स्नान किया। इस धार्मिक आयोजन का समापन ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण था, और इसे पूरे विश्व में अभूतपूर्व और अविस्मरणीय कहा गया। इस आयोजन ने न केवल भारत के धार्मिक परिप्रेक्ष्य को एक नई दिशा दी, बल्कि विश्व भर से लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भावनाएं
महाकुंभ के समापन के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी भावनाएं सोशल मीडिया के माध्यम से साझा की। उन्होंने इस अवसर को ऐतिहासिक बताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में इस आयोजन के सफल समापन को महत्वपूर्ण बताया। योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा, “महाकुंभ 2025 का समापन महाशिवरात्रि के पवित्र स्नान के साथ हुआ। यह अवसर विश्व इतिहास में अभूतपूर्व और अविस्मरणीय है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मार्गदर्शन
सीएम योगी ने महाकुंभ के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन को भी सराहा। उन्होंने कहा कि इस आयोजन के लिए मोदी जी का मार्गदर्शन और प्रेरणा अत्यंत महत्वपूर्ण रही। उनके नेतृत्व में, महाकुंभ ने न केवल धार्मिक रूप से एक नई पहचान बनाई, बल्कि यह आयोजन विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में शामिल हो गया।

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और पवित्र स्नान
महाकुंभ के आखिरी दिन, महाशिवरात्रि के मौके पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। डेढ़ करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में पवित्र स्नान किया, जो एक ऐतिहासिक घटना बन गई। यह दिन विशेष रूप से शिव भक्तों के लिए महत्वपूर्ण था, क्योंकि वे महाशिवरात्रि के दिन गंगा स्नान कर पुण्य अर्जित करना चाहते थे। इस अवसर पर भारी संख्या में सुरक्षा कर्मी, स्वच्छता अभियान कर्मचारी और प्रशासनिक अधिकारी तैनात थे, ताकि सब कुछ सुचारु रूप से चले।

कुंभ के महत्व पर मुख्यमंत्री का दृष्टिकोण
सीएम योगी ने महाकुंभ के महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल हिंदू धर्म के श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह देश की सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक एकता का प्रतीक है। महाकुंभ का आयोजन प्रयागराज के संगम तट पर होता है, जो भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा है और पूरी दुनिया में अपनी महिमा से प्रसिद्ध है। यह आयोजन न केवल भारत बल्कि विदेशों से भी लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।

आध्यात्मिक समागम और सांस्कृतिक धरोहर
महाकुंभ 2025 ने न केवल आध्यात्मिक समागम को प्रस्तुत किया, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण की दिशा में भी अहम कदम उठाए। इस दौरान विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिससे पर्यटकों और श्रद्धालुओं को भारतीय संस्कृति और परंपराओं के बारे में और जानने का अवसर मिला।

महाकुंभ का भव्य समापन
महाकुंभ का समापन भव्य तरीके से हुआ, और अब सभी की नजरें भविष्य में होने वाले आयोजन पर टिकी हैं। इस वर्ष के महाकुंभ ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि भारत में ऐसे धार्मिक आयोजनों का महत्व सिर्फ भारत में नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों के सफलतापूर्वक आयोजन की उम्मीद जताई है, जो भारतीय संस्कृति और धर्म की पहचान को और अधिक उजागर करेंगे।

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