You are currently viewing डॉ बागची : एग फ्रीजिंग मातृत्व को सुरक्षित रखने का नायाब तरीका

डॉ बागची : एग फ्रीजिंग मातृत्व को सुरक्षित रखने का नायाब तरीका

प्रश्नः एग फ्रीजिग क्या है?

ओसाइट क्रायोप्रिसर्वेशन भी कहा जाता है, यह एक प्रक्रिया है जिसमें महिला के अंडे निकाले जाते हैं, फ्रीज़ किए जाते हैं और भविष्य में उपयोग के लिए स्टोर किए जाते हैं।

प्रश्नः एग फ्रीज़िग से कौन सी महिलाएं लाभ उठा सकता है?

उत्तरः एग फ्रीज़िग से निम्न महिलाएं लाभ उठा सकती हैं- (1) वह महिलाएं जो विभिन्न कारणों से जैसे कि करियर या व्यक्तिगत लक्ष्यों की वजह से शादी एवं प्रेग्नेंसी देर से करना चाहती हैं। (2) वह महिलाएं जिन्हें ऐसी बिमारी का इलाज कराना है जिसमें फर्टिलिटी (प्रजनन क्षमता) प्रभावित हो सकती है, जैसे कि ओवरी के ट्यूमर या कैंसर का इलाज।

प्रश्नः एग फ्रीज़िग प्रक्रिया कैसे की जाती है?

उत्तरः यह प्रक्रिया ओवेरियन स्टिमुलेशन से शुरू से होती है, जिसमें महिला को हॉर्मोनल उपचार दिया जाता है जिससे ओवरीज में एक साथ कई अंडे बन सके। फिर, एक मामूली प्रक्रिया द्वारा अंडे निकाले जाते हैं। निकाले गये अंडे फिर फ्रीज किए जाते हैं और भविष्य के लिए स्टोर किए जाते हैं।

प्रश्नः अंडे कितने समय तक स्टोर किए जा सकते हैं?

उत्तरः अंडे बहुत साल तक सुरक्षित रूप से स्टोर किए जा सकते हैं। स्टोरेज अवधि व्यक्तिगत परिस्थितियों और देश के नियमों पर निर्भर करती है जहां अंडे स्टोर किए जाते हैं।

प्रश्नः एग फ्रीज़िग के लिए आदर्श आयु क्या है?

उत्तरः आमतौर पर एग फ्रीज़िग के लिए आदर्श आयु को दरअसल 20 वर्ष से लेकर 30 वर्ष के बीच माना जाता है जब महिला के अंडे आमतौर पर उच्च गुणवत्ता के होते हैं। हालाकि, एग फ्रीज़िग को किसी भी आयु में किया जा सकता है, जब तक प्राकृतिक रूप से फर्टिलिटी में कमी नहीं आती, जो आमतौर पर लेट 30 वर्ष से शुरू होती है। आमतौर पर 35 वर्ष से पहले एग फ्रीजिग कराना बेहतर होता है।

प्रश्नः फ्रोज़न अंडे से भविष्य मे सफल गर्भाधान हो सकता है क्या?

उत्तरः एग फ्रीजिग से भविष्य में सफल गर्भाधान की संभावना काफी हद तक बढ जाती है। एग फ्रीजिग करने के समय महिला की आयु और अंडों की गुवत्ता जैसे कई कारकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

प्रश्नः एग फ्रीजिग के बाद कोई जीवनशैली परिवर्तन या सावधानियों की ज़रूरत पड़ती हैं क्या?

उत्तरः एग फ्रीजिग एक सरल प्रक्रिया है जिसके बाद जीवनशैली में किसी खास परिवर्तन या सावधानियों की जरूरत नही पडती है।

प्रश्नः फ्रोज़न अंडों का भविष्य में प्रेग्नेंसी कराने के लिए उपयोग कैसे किया जाता है?

उत्तरः प्रेग्नेंसी कराने के लिए फ्रोजेन अंडों को थॉइंग विधि द्वारा शारीरिक तापमान पर लाया जाता है, फिर उन्हें IVF या। CSI विधि द्वारा शुक्राणुओं से निषेचित (Fertilize) किया जाता है। इस प्रक्रिया के बाद विकसित भ्रूण को महिला के गर्भाशय यानि यूट्रस में स्थापित कर दिया जाता है।

Spread the love

Leave a Reply