Dalai Lama 90th Birthday:तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने आज अपने 90वें जन्मदिन पर धर्मशाला में आयोजित समारोह में लोगों को आशा और प्रेरणा का संदेश दिया। 90 वर्ष की उम्र में भी उनकी ऊर्जा, उत्साह और जीवन के प्रति समर्पण बरकरार है। उन्होंने इस खास अवसर पर कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि शायद अगले 40 साल तक वे जीवित रहेंगे और मानवता, शांति तथा धार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देते रहेंगे। उनके इस संदेश ने श्रद्धालुओं और उनके अनुयायियों में खुशी और उम्मीद की लहर दौड़ा दी।
दलाई लामा का जन्मदिन समारोह और उनका संदेश
धर्मशाला में दलाई लामा के जन्मदिन के मौके पर बड़ी संख्या में भक्त और अनुयायी इकट्ठा हुए। इस मौके पर पूजा-अर्चना के साथ-साथ उनके जीवन और शिक्षाओं को याद किया गया। दलाई लामा ने अपने संदेश में कहा कि वे अब भी जीवन में बहुत कुछ करना चाहते हैं। उन्होंने बताया, “मैं अपने जीवन के अगले 40 साल और जीने की उम्मीद रखता हूं। इस दौरान मैं लोगों के बीच शांति और सद्भाव बनाए रखने का निरंतर प्रयास करूंगा।” उनका यह आशावादी संदेश सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बना।दलाई लामा ने मानव मूल्यों, करुणा, प्रेम और धार्मिक सद्भाव की अहमियत पर जोर दिया और कहा कि ये गुण समाज को मजबूत बनाते हैं। उनका मानना है कि केवल धार्मिक आस्था ही नहीं, बल्कि इंसानियत और एक-दूसरे के प्रति सहिष्णुता भी हमारी दुनिया को बेहतर बना सकती है।
पीएम मोदी ने दी जन्मदिन की बधाई, मानवता के प्रति किया सम्मान व्यक्त
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दलाई लामा को उनके 90वें जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा,“मैं 140 करोड़ देशवासियों की ओर से दलाई लामा जी को उनके 90वें जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। वे प्रेम, करुणा, धैर्य और नैतिक अनुशासन के प्रतीक हैं। मैं उनके बेहतर स्वास्थ्य और दीर्घायु जीवन की कामना करता हूं।”पीएम मोदी के इस संदेश ने पूरे देश में दलाई लामा के प्रति सम्मान की भावना को और मजबूत किया। मोदी ने दलाई लामा को एक आध्यात्मिक मार्गदर्शक और शांति के प्रतिनिधि के रूप में वर्णित किया, जिनका योगदान विश्व के लिए अनमोल है।
दलाई लामा की जीवन यात्रा और योगदान
दलाई लामा तिब्बती बौद्ध धर्म के आध्यात्मिक नेता हैं, जिनका जीवन करुणा, अहिंसा और मानवता के आदर्शों से प्रेरित है। वे विश्व शांति, धार्मिक सहिष्णुता और मानवाधिकारों के समर्थक रहे हैं। उनकी शिक्षाएं आज भी लाखों लोगों को सही मार्ग दिखाती हैं।उनकी उम्र 90 वर्ष के पार है, लेकिन उनका उत्साह और समाज के लिए योगदान कम नहीं हुआ है। वे सदैव शांति, पर्यावरण संरक्षण और आध्यात्मिक विकास के लिए कार्यरत हैं।
भविष्य की योजनाएं और आशाएं
दलाई लामा ने अपने संदेश में आगे भी लोगों के बीच संवाद, भाईचारा और शिक्षा को बढ़ावा देने का संकल्प जताया। उनका मानना है कि करुणा और शिक्षा से ही विश्व में स्थायी शांति स्थापित की जा सकती है। 90वें जन्मदिन के अवसर पर उनका यह आशावादी संदेश सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।