Gopal Khemka Murder: पटना के मालसलामी थाना क्षेत्र के पीर दमरिया इलाके में मंगलवार सुबह (08 जुलाई, 2025) पुलिस और स्पेशल एजेंसियों ने एक नए मोड़ के साथ गोपाल खेमका हत्याकांड को तथा अधिक स्पष्ट किया। इस कांड में अब तक बड़ी सफलता तब मिली जब पुलिस ने विकास उर्फ ‘राजा’ नाम के हथियार सप्लायर को एनकाउंटर में मार गिराया। राजा पर आरोप था कि उसने शूटर उमेश को हथियार उपलब्ध कराए थे, जिनके द्वारा बिहार के प्रतिष्ठित व्यवसायी खेमका की हत्या की गई थी
किस तरह हुआ एनकाउंटर?
एसआईटी और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने राजा के ठिकाने उदयगिरि अपार्टमेंट पर छापा मारा। जैसे ही वे उसे घेरने लगे, राजा ने पुलिस पर ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे वहीं गोली मार गिराया। घटना के बाद ईंट-भट्ठा क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
राजा कौन था और उसका कनेक्शन क्या?
राजा अवैध रूप से हथियार बनाता और बेचता था। जांच में सामने आया कि वह शूटर उमेश के साथ संपर्क में था, जिन्होंने भारी हथियारों की सुपारी लेकर गोपाल खेमका की 4 जुलाई की रात हत्या की थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सिंहगढ़ की हत्या संभवतः जमीन विवाद से जुड़ी थी।
गिरफ़्तारियां और मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी
पुलिस ने अब तक हत्या में शामिल उमेश को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, जबकि मास्टरमाइंड अशोक सहित दर्जनभर संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है
। पुलिस की जांच यह भी कर रही है कि क्या किसी और ने सुपारी दी या कोई राजनीतिक कनेक्शन है।
शूटर से लेकर हथियार सप्लायर तक का नेटवर्क
गोपाल खेमका की हत्या की रात, गोलीबारी की घटना सीसीटीवी में कैद हुई थी। शूटर उसी दिन आया था और अचानक फायरिंग कर फरार हो गया था। परिवार और पुलिस के अनुसार, यह पूरा घटनाक्रम मौसम की तरह योजना के तहत किया गया था, जिसमें शूटर, हथियार सप्लायर और सुपारी देने वाले सब शामिल थे।
अगली निर्देश और कानून व्यवस्था की चुनौती
राजनीतिक हलकों में इस घटना को बिहार में कानून-व्यवस्था की गंभीर विफलता माना जा रहा है। विपक्ष नेता राहुल गांधी ने राज्य को “क्राइम कैपिटल” करार दिया।पुलिस ने अब ENCOUNTER के रूप में राजा की मौत के बाद और गहराई से सभी कड़ियों की छानबीन तेज कर दी है। उनमें पाया मोबाइल, हथियार व कॉल रिकॉर्ड के जरिए शूटर और आश्रितों का पुरा नेटवर्क फेंका जाएगा