UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रदेश की अर्थव्यवस्था और विकास योजनाओं की समीक्षा करते हुए राज्य को देश की आर्थिक रीढ़ बनाने की दिशा में एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि मौजूदा वित्तीय वर्ष के अंत तक उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को देश की कुल अर्थव्यवस्था में 10% हिस्सेदारी तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। फिलहाल राज्य की अर्थव्यवस्था 29.6 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है, जो राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में 8.9% का योगदान है।
‘मेक इन यूपी’ मॉडल को बताया औद्योगिक रणनीति का आधार
मुख्यमंत्री ने ‘मेक इन यूपी’ मॉडल को अगले दशक की औद्योगिक रणनीति का मुख्य आधार बताते हुए ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में नई औद्योगिक इकाइयों की स्थापना को बढ़ावा देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों में राज्य की भागीदारी लगातार बढ़ रही है, जो प्रदेश को एक मजबूत आर्थिक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में सकारात्मक संकेत है। इसके साथ ही, उन्होंने कृषि आधारित अर्थव्यवस्था में आ रहे धीमे बदलावों का भी उल्लेख किया और इसे संतुलित विकास की दिशा में आवश्यक बताया।
विकास के साथ-साथ जमीनी बदलाव भी महत्वपूर्ण
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रदेश की आर्थिक प्रगति केवल आंकड़ों की वृद्धि नहीं है, बल्कि यह जमीनी स्तर पर बदलाव का प्रमाण भी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जीएसडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में वित्तीय वर्ष 2020-21 की तुलना में 80% की वृद्धि हुई है, जो सरकार की प्रभावी नीतियों और निवेश-अनुकूल वातावरण का परिणाम है।उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाना है और इसके लिए राजस्व वृद्धि, बुनियादी ढांचे में निवेश और रोजगार सृजन जैसे क्षेत्रों में सटीक रणनीति बनाई जाए।
आर्थिक ढांचे में दिख रहा है स्पष्ट परिवर्तन
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश की आर्थिक संरचना में अब स्पष्ट परिवर्तन दिखाई दे रहा है। पहले जहां कृषि क्षेत्र की हिस्सेदारी अधिक थी, अब वहां उद्योग और सेवाओं की हिस्सेदारी बढ़ रही है। यह बदलाव राज्य के संतुलित और समावेशी विकास का संकेत है।राज्य सरकार का लक्ष्य न केवल विकास दर को बढ़ाना है, बल्कि हर वर्ग को विकास से जोड़ना भी है। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि वे राज्य में चल रही योजना-आधारित परियोजनाओं की प्रगति की नियमित समीक्षा करें और नीतियों को ज़मीनी स्तर तक प्रभावी ढंग से लागू करें।
निवेश और रोजगार पर भी फोकस
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि निवेश लाने और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए राज्य को एक उद्यमशीलता केंद्र के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। ‘मेक इन यूपी’ पहल के तहत सरकार स्थानीय उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए भी काम कर रही है।