Vaishno Devi Landslide: जम्मू–परसों समरोली और कटड़ा इलाकों में तेज बारिश ने वैष्णो देवी यात्रा को भारी प्रभावित किया है। समरोली में बरसाती नाले का पानी जम्मू–श्रीनगर हाईवे पर फैल गया, जिससे राजमार्ग की एक ट्यूब बाढ़ का शिकार हो गई और पत्थर-मलबा गिरने से मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया। इसी के चलते हेलीकॉप्टर सेवा कई दिनों से निरस्त है कटड़ा के हिमकोटी क्षेत्र में हुए भूस्खलन से बैटरी कार मार्ग भी बंद हो गया है। करीब 30 फीट तक मलबा व पत्थर जमा होने के कारण इस मार्ग की आवाजाही रोकी गई है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी वाहिका सेवाओं को एहतियातन बंद रखा गया है
यात्रा अब पारंपरिक मार्ग से ही जारी
बादल छाए रहने और खराब मौसम के चलते लगातार चौथे दिन हेलीकॉप्टर सेवाएं स्थगित रहीं । श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड और स्थानीय प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यात्रा अब केवल पारंपरिक पैदल मार्ग से हो रही है। श्रद्धालु टट्टू, पालकी या पिट्ठू जैसे साधनों का उपयोग कर पदयात्रा द्वारा दर्शन कर रहे हैं
राहत एवं पुनर्स्थापना कार्य युद्धस्तर पर जारी
भारी मलबा हटाने के लिए श्राइन बोर्ड, पुलिस, CRPF तथा लोक निर्माण विभाग की टीमों ने तत्काल कार्रवाई की। JCB और अन्य मशीनरी मलबा हटाने और मार्ग खोलने में जुटी रहीं। समरोली हाईवे पर शाम तक यातायात आंशिक रूप से बहाल हुआ, जबकि बैटरी कार मार्ग की सफाई का कार्य जारी है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से मार्ग परिवर्तन की सूचना लेते समय मौसम संबंधी चेतावनियों का पालन करने की अपील की है
बीते महीनों में लगातार तीसरी बार बाधा
यह जून महीने में हिमकोटी मार्ग पर तीसरी बार लैंडस्लाइड है
। पहले भी भारी बारिश के दौरान मलबा गिरने की घटनाएं हुई थीं, जिससे बैटरी कार, हेलीकॉप्टर और केबल कार सेवा कई दिनों तक बाधित रहीं। प्रत्येक बार प्रशासन ने राहत ऑपरेशन में सफलता पाई है और यात्रियों को पारंपरिक मार्ग की ओर मोड़कर यात्रा जारी रखी है ।
बड़े आंकड़े दर्शाते हैं निर्भय श्रद्धा
इन भारी व्यवधानों के बीच भी श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ। भूस्खलन के बावजूद जुलाई महीने के अंत तक रोजाना 28,000–30,000 श्रृद्धालु माता का दरबार चढ़ रहे हैं।
अगले कुछ दिनों के लिए क्या उम्मीद है?
मौसम विभाग ने अगले दिनों भी बारिश की संभावना जताई है, जिससे भूस्खलन और मार्ग अवरूद्ध होने की घटनाएं फिर हो सकती हैं। प्रशासन ने सभी रास्तों पर सुरक्षा टीमें तैनात की हैं, और श्रद्धालुओं से अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने की अपील की है ।