Himachal weather:हिमाचल प्रदेश में बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलनों ने पूरे राज्य में जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। राज्य के प्रमुख जिलों—शिमला, मंडी, कुल्लू और चंबा में अनेक स्थानों पर सड़कें बंद हो गई हैं। स्थिति इतनी गंभीर है कि प्रदेश में चार नेशनल हाईवे सहित कुल 375 सड़कें यातायात के लिए पूरी तरह बाधित हो चुकी हैं।इन बंद सड़कों के कारण आम नागरिकों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही आपातकालीन सेवाओं तक की पहुंच भी प्रभावित हो गई है। भारी भूस्खलन के चलते कीरतपुर-मनाली फोरलेन मार्ग मंगलवार दोपहर करीब एक बजे जाकर आंशिक रूप से चालू हो सका। इसके अलावा मंडी-जंजैहली मार्ग को थुनाग तक बहाल किया गया है, जिससे सराज घाटी के लोगों को कुछ हद तक राहत मिली है।
बिजली संकट गहराया, जलविद्युत परियोजनाएं ठप
तेज बारिश ने सिर्फ यातायात ही नहीं, बल्कि राज्य की बिजली आपूर्ति व्यवस्था को भी गहरा झटका दिया है। शिमला और इसके आसपास के क्षेत्रों में स्थित जलविद्युत परियोजनाओं में गाद (silt) भर जाने के कारण बिजली उत्पादन में भारी गिरावट आई है। कई प्रोजेक्ट्स को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा है, जिससे घरेलू और औद्योगिक उपभोक्ताओं को बिजली कटौती की समस्या झेलनी पड़ रही है।
मंडी में किशोर बहा, ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी
प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे मंडी जिले के द्रंग क्षेत्र से दुखद खबर सामने आई है। पनारसा गांव के थाई नाले में आए तेज बहाव में 14 वर्षीय नेपाली मूल का किशोर तेज सिंह बह गया। राहत व बचाव दल उसकी खोजबीन में लगे हुए हैं।इधर बारालाचा, कुंजुम और अन्य ऊंचाई वाले दर्रों में हल्का हिमपात भी दर्ज किया गया है। इससे कई क्षेत्रों में तापमान में गिरावट आई है और जुलाई के महीने में ही ठंडक महसूस की जा रही है।
अगले तीन दिन मौसम का मिजाज खराब, येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने आगामी तीन दिनों तक प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। खासतौर पर चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और शिमला जैसे जिलों में भूस्खलन और नदियों के जलस्तर में वृद्धि की आशंका जताई गई है। राज्य सरकार ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन से तुरंत संपर्क करने की अपील की है।