Barabanki accident:उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जनपद के हैदरगढ़ क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध औसानेश्वर मंदिर में सोमवार तड़के एक दर्दनाक हादसा हो गया। यह हादसा सुबह लगभग तीन बजे उस वक्त हुआ, जब सैकड़ों श्रद्धालु भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए कतार में लगे हुए थे। भीड़ के बीच टिन शेड पर करंट फैलने से भगदड़ मच गई, जिसमें दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 37 अन्य लोग घायल हो गए।
कैसे हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मंदिर परिसर में रात 12 बजे से ही भारी संख्या में भक्तों की भीड़ जुट चुकी थी। श्रद्धालु जलाभिषेक करने के लिए लंबी कतारों में खड़े थे। भीड़ को धूप और बारिश से बचाने के लिए मंदिर प्रबंधन ने टिन की छत लगाई थी।भोर तीन बजे के करीब एक बिजली का तार टूटकर टिन शेड पर गिर पड़ा, जिससे पूरे क्षेत्र में अचानक करंट फैल गया। करंट लगते ही श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे। इस भगदड़ में कई लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े, जिससे कुछ लोग कुचल गए।
इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती
हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घायलों को हैदरगढ़ और त्रिवेदीगंज सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) में भर्ती कराया गया। वहीं, गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। डॉक्टरों की टीम द्वारा घायलों का इलाज किया जा रहा है।
श्रद्धालुओं में दहशत, सुरक्षा इंतजामों पर उठे सवाल
इस हादसे के बाद श्रद्धालुओं में भय और दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि मंदिर प्रशासन की लापरवाही और बिजली प्रबंधन की कमी इस हादसे की बड़ी वजह बनी। बिना किसी सुरक्षा जांच और विद्युत सुरक्षा व्यवस्था के, इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया।स्थानीय प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और कहा गया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शिव भक्तों की आस्था को झटका
सावन के महीने में औसानेश्वर मंदिर में बड़ी संख्या में शिव भक्त जलाभिषेक के लिए आते हैं। सोमवार की इस घटना ने न सिर्फ भक्तों की आस्था को गहरा आघात पहुंचाया, बल्कि मंदिरों में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा इंतजामों की हकीकत को भी उजा