IND vs PAK Match:जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए, जिसके बाद भारत-पाक संबंधों में और तनाव आ गया। जवाब में भारतीय सेना ने ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। अब बारी है क्रिकेट के मैदान की, जहां भारत की टीम, सूर्यकुमार यादव की अगुवाई में रविवार को एशिया कप के मुकाबले में पाकिस्तान को “ऑपरेशन सूर्य” के तहत पटखनी देने के लिए तैयार है।
कागज और मैदान पर भारी भारत
भारतीय टीम हर मोर्चे पर पाकिस्तान से बेहतर नजर आ रही है। बल्लेबाजी में शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव और युवा अभिषेक शर्मा जैसे धाकड़ बल्लेबाज हैं। तेज गेंदबाजी की कमान जसप्रीत बुमराह संभालेंगे, जबकि ऑलराउंडर के तौर पर हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल और शिवम दुबे टीम को संतुलन देते हैं। स्पिन विभाग में कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती की जोड़ी विपक्षी बल्लेबाजों को बांधने में सक्षम है।
इसके मुकाबले पाकिस्तान की टीम एक नए कप्तान सलमान अली आगा के नेतृत्व में मैदान में उतरेगी। उनके पास सीमित अनुभव और कमज़ोर मिडिल ऑर्डर है, हालांकि सैम अयूब, हसन नवाज, अबरार अहमद जैसे खिलाड़ी कुछ चुनौती पेश कर सकते हैं।
पाकिस्तान की नई टीम के लिए अग्निपरीक्षा
पाकिस्तानी टीम इस बार बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों के बिना उतरेगी। यह उनके लिए आत्मनिर्भरता की परीक्षा है। टीम की स्पिन तिकड़ी – सूफियान मुकीन, मोहम्मद नवाज और अबरार अहमद – भारत के आक्रामक बल्लेबाजों को रोकने का प्रयास करेगी। लेकिन इस चुनौती को पार करना आसान नहीं होगा।
मैच पर सियासी साया और दर्शकों का सर्द रुख
आतंकी हमले के बाद देशभर में इस मैच के बहिष्कार की मांग तेज हो गई है। सोशल मीडिया पर अपीलें हो रही हैं कि भारत को यह मुकाबला नहीं खेलना चाहिए। इस कारण से इस हाई-वोल्टेज मैच का उत्साह फीका पड़ गया है। हजारों टिकट अब भी उपलब्ध हैं और बीसीसीआई के अधिकतर पदाधिकारी इस मैच से दूरी बनाए हुए हैं। जबकि इससे पहले इसी मैदान पर हुए चैंपियंस ट्रॉफी मैच में बड़ी संख्या में पदाधिकारी मौजूद थे।
दबाव में भारत, जीत ही होगा मरहम
देश में व्याप्त गुस्से और पीड़ा के बीच भारतीय क्रिकेट टीम पर यह मुकाबला जीतकर देशवासियों के ज़ख्मों पर मरहम रखने का दबाव भी है। मैदान में अगर कोई चूक हुई, तो यह मैच भारत के हाथ से फिसल सकता है, लेकिन फिलहाल ऐसा होने की संभावना कम है।
स्पिनर्स की होगी निर्णायक भूमिका
पारंपरिक रूप से भारत-पाक मैचों में तेज गेंदबाजों और बल्लेबाजों के बीच टक्कर होती है, लेकिन इस बार मुकाबले का केंद्र बिंदु स्पिन गेंदबाजी होगा। दोनों टीमों के पास एक-एक दाएं हाथ के और एक-एक बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर हैं, जो मैच का रुख पलट सकते हैं। जसप्रीत बुमराह और शाहीन शाह अफरीदी जैसे विशेषज्ञ तेज गेंदबाज भी मैदान में होंगे, लेकिन असली लड़ाई स्पिनरों के बीच देखने को मिल सकती है।

