सोमवार शाम दिल्ली की शांति उस समय भंग हो गई जब ऐतिहासिक लाल किले के पास एक जोरदार धमाका हुआ। यह विस्फोट लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास हुआ, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास की इमारतें हिल गईं और कुछ देर के लिए लोगों को ऐसा लगा मानो भूकंप आया हो।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, तेज आवाज़ के साथ अचानक धुएं का गुबार उठा और देखते ही देखते आस-पास खड़ी कई गाड़ियों में आग लग गई। कई दुकानों और वाहनों के शीशे चकनाचूर हो गए। इलाके में भारी भगदड़ मच गई, लोग अपनी जान बचाने के लिए सड़कों की ओर भागने लगे।
मेट्रो स्टेशन को हुआ नुकसान, यात्रियों में हड़कंप
धमाका लाल किला मेट्रो स्टेशन के ठीक बाहर हुआ, जिसकी वजह से स्टेशन को भी नुकसान पहुंचा। गेट नंबर 1 के पास बने शीशे टूट गए और स्टेशन के भीतर मौजूद यात्रियों में दहशत फैल गई। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने तुरंत सभी एग्जिट गेट्स को बंद कर दिया और सुरक्षा जांच के बाद ही सीमित परिचालन शुरू किया।
यात्रियों को अस्थायी रूप से पास के स्टेशनों — जामा मस्जिद और दरियागंज — की ओर मोड़ दिया गया। कुछ ट्रेनें थोड़ी देर के लिए रोकी गईं ताकि स्टेशन परिसर की सुरक्षा जांच पूरी की जा सके। मेट्रो अधिकारियों ने बताया कि किसी यात्री को गंभीर चोट नहीं आई है, लेकिन स्टेशन परिसर में भारी नुकसान हुआ है।
धमाके से उड़ी गाड़ियों के चीथड़े, कई घायल अस्पताल में भर्ती
विस्फोट की ताकत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि धमाके के केंद्र के आसपास खड़ी कई गाड़ियां पूरी तरह जलकर खाक हो गईं। कुछ वाहनों के टुकड़े कई मीटर दूर तक जा गिरे। सड़क पर शीशों और मलबे का अंबार लग गया।
पुलिस के मुताबिक, इस हादसे में कई लोग घायल हुए हैं, जिनमें कुछ राहगीर और वाहन चालक शामिल हैं। घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। दमकल विभाग की पांच गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने का प्रयास किया।
अग्निशमन कर्मियों ने बताया कि “धमाका बहुत शक्तिशाली था। आग तेजी से फैली और हमें स्थानीय लोगों की मदद से तुरंत रेस्क्यू शुरू करना पड़ा।”
पुलिस और फोरेंसिक टीमें मौके पर, जांच जारी
घटना की सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस, एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई। पूरे क्षेत्र को घेर लिया गया है और लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। जांच टीमें विस्फोट के कारणों का पता लगाने में जुटी हैं।
फोरेंसिक विशेषज्ञ विस्फोट स्थल से मलबे और जले हुए हिस्सों के सैंपल इकट्ठा कर रहे हैं ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि धमाके में कौन-सा विस्फोटक पदार्थ इस्तेमाल किया गया था। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि किसी संदिग्ध गतिविधि का सुराग मिल सके।
पूरी दिल्ली में सुरक्षा बढ़ाई गई, हाई अलर्ट घोषित
धमाके के बाद दिल्ली पुलिस ने पूरे शहर में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। लाल किला, जामा मस्जिद, चांदनी चौक और कनॉट प्लेस जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सभी मेट्रो स्टेशनों और बस अड्डों पर पुलिस की चौकसी तेज कर दी गई है।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा, “हम सभी पहलुओं से जांच कर रहे हैं। प्रारंभिक रूप से यह एक उच्च तीव्रता का विस्फोट प्रतीत होता है, लेकिन कारणों की पुष्टि जांच के बाद ही की जाएगी।”
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने जताई चिंता
इस घटना के बाद प्रधानमंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री ने सुरक्षा एजेंसियों से तुरंत रिपोर्ट मांगी है। मुख्यमंत्री ने घायलों के शीघ्र इलाज के निर्देश दिए हैं और कहा है कि “यह राजधानी की सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती है, दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।”
प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट करते हुए कहा, “हम इस हादसे से गहरा दुखी हैं। हमारी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं।”
लाल किला इलाका पूरी तरह सील, जांच तेज
धमाके के बाद लाल किले और आसपास के पूरे क्षेत्र को सील कर दिया गया है। सुरक्षाबलों ने क्षेत्र में तलाशी अभियान शुरू किया है ताकि किसी भी अन्य संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति की पहचान की जा सके।
यह हादसा न केवल दिल्ली बल्कि पूरे देश के लिए चेतावनी संकेत बन गया है कि सुरक्षा व्यवस्था को और मज़बूत करने की आवश्यकता है। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि आखिर यह धमाका एक दुर्घटना था या किसी बड़ी साजिश का हिस्सा।

