पूर्वी दिल्ली के करावल नगर स्थित भगत सिंह कॉलोनी में रक्षाबंधन के दिन एक दर्दनाक और स्तब्ध कर देने वाली घटना घटी। इस घटना ने न सिर्फ स्थानीय लोगों को हिला दिया, बल्कि पूरे इलाके में सन्नाटा और दहशत का माहौल बना दिया है। यहां रहने वाले एक व्यक्ति प्रदीप ने कथित रूप से अपनी पत्नी और दो मासूम बच्चों की गला घोंटकर हत्या कर दी और फिर मौके से फरार हो गया।
घटना की जानकारी पुलिस को पड़ोसियों द्वारा दी गई, जब घर से किसी प्रकार की हलचल या आवाज़ नहीं सुनाई दी। जब दरवाजा नहीं खुला, तो लोगों ने खिड़की से झांककर देखा, जिसके बाद पुलिस को बुलाया गया।
कर्ज और तनाव ने छीनी एक हंसती-खेलती ज़िंदगी
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी प्रदीप आर्थिक रूप से काफी परेशान था और कर्ज के बोझ तले दबा हुआ था। इन परेशानियों के चलते परिवार में लगातार तनाव और झगड़े होते रहते थे। रक्षाबंधन जैसे पवित्र अवसर पर भी घर में कोई उल्लास नहीं था, बल्कि इस दिन प्रदीप ने क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए अपने ही परिवार को मौत के घाट उतार दिया।
स्थानीय लोगों के अनुसार, प्रदीप अक्सर चुपचाप रहता था और पिछले कुछ समय से काफी अवसादग्रस्त लग रहा था। हालांकि किसी को यह अंदेशा नहीं था कि वह इस हद तक कोई कदम उठा सकता है।
घटना के बाद आरोपी फरार, तलाश में जुटी पुलिस
हत्या के बाद प्रदीप मौके से फरार हो गया है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और उसकी तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच भी इस मामले में सक्रिय हो चुकी है और आरोपी के मोबाइल लोकेशन, बैंक रिकॉर्ड, कॉल डिटेल और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के माध्यम से उसकी लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश कर रही है।
पुलिस का कहना है कि यह एक पूर्व नियोजित घटना हो सकती है, क्योंकि हत्या के बाद आरोपी अपने जरूरी दस्तावेज और फोन बंद कर चुका है, जिससे यह संकेत मिलता है कि उसने खुद को जानबूझकर गायब किया है।
स्थानीय लोग स्तब्ध, रक्षाबंधन की खुशियों में मातम
यह त्रिगुणात्मक हत्या उस समय हुई जब देशभर में रक्षाबंधन का पर्व मनाया जा रहा था। जहां एक ओर बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बांध रही थीं, वहीं करावल नगर में एक पूरा परिवार खामोश मौत की नींद सो गया। इस दर्दनाक घटना ने त्योहार की खुशी को गहरे शोक में बदल दिया है।

