You are currently viewing बिहार में ऐतिहासिक जीत के बाद यूपी में महिलाओं पर BJP का फोकस तीव्र

बिहार में ऐतिहासिक जीत के बाद यूपी में महिलाओं पर BJP का फोकस तीव्र

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिली अप्रत्याशित और ऐतिहासिक जीत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अंदर नई ऊर्जा भर दी है। भाजपा का स्पष्ट मानना है कि इस जीत में महिला मतदाताओं की भूमिका निर्णायक रही। रिकॉर्ड संख्या में महिलाओं ने मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लिया और बड़े पैमाने पर एनडीए को समर्थन दिया। इस समर्थन ने न केवल चुनावी परिणामों को प्रभावित किया, बल्कि राजनीति में महिलाओं की बढ़ती सक्रियता और उनकी प्राथमिकताओं को भी प्रमुखता से उभारा है।

बिहार के इस नतीजे ने भाजपा को यह एहसास कराया है कि महिलाओं की आकांक्षाओं, सुरक्षा और आर्थिक सशक्तिकरण से संबंधित मुद्दे चुनावी राजनीति में बेहद महत्वपूर्ण हो चुके हैं। यही कारण है कि पार्टी अब अपने अगले बड़े राजनीतिक लक्ष्य यानी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2027 की ओर बढ़ते हुए महिला समर्थन को और अधिक मजबूत करने की रणनीति अपना रही है।

उत्तर प्रदेश में महिला-केंद्रित नीतियों को व्यापक पहुँच देने की रणनीति

भाजपा नेतृत्व ने तय किया है कि आने वाले वर्षों में उत्तर प्रदेश में महिलाओं के लिए चलाए जा रहे विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को न सिर्फ और प्रभावशाली तरीके से लागू किया जाएगा, बल्कि उनकी पहुंच को भी अत्यधिक बढ़ाया जाएगा। पार्टी का मानना है कि मजबूत सामाजिक सुरक्षा, आर्थिक स्वावलंबन और महिला सुरक्षा—ये तीन प्रमुख मुद्दे हैं जो किसी भी राज्य की महिला आबादी के लिए सबसे अधिक प्राथमिकता रखते हैं।

इस दिशा में सरकार “मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना”, “महिला सुरक्षा मिशन शक्ति”, “उज्ज्वला योजना” और “लखपति दीदी” जैसे कार्यक्रमों को और अधिक सुदृढ़ करने पर विचार कर रही है। इन योजनाओं को जमीनी स्तर पर सफल बनाने के लिए बूथ स्तर तक विशेष अभियान चलाने की तैयारी है, ताकि हर महिला मतदाता इन योजनाओं के लाभ और उद्देश्यों को स्पष्ट रूप से समझ सके।

महिला सुरक्षा और स्वावलंबन: भाजपा की मुख्य प्राथमिकता

भाजपा का मानना है कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान में पिछले वर्षों में सकारात्मक सुधार देखने को मिला है। पार्टी आने वाले चुनावों में इसी संदेश को और मजबूत करना चाहती है। “मिशन शक्ति” के अंतर्गत महिलाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण, हेल्पलाइन सेवाओं के विस्तार और पुलिस बल में महिला अधिकारियों की संख्या बढ़ाने जैसे कदमों को अगले चरण में और प्रबल बनाने की योजना है।

इसी के साथ, महिला स्व-रोजगार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को आर्थिक सहायता और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से सशक्त किया जाएगा। भाजपा नेतृत्व का मानना है कि आर्थिक रूप से स्वतंत्र महिलाएँ न केवल अपने परिवार बल्कि समाज के व्यापक विकास में योगदान करती हैं।

2027 के चुनाव के मद्देनज़र महिला वोट बैंक को मजबूत करने की तैयारी

उत्तर प्रदेश में 2027 का विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए राजनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। पार्टी नहीं चाहती कि बिहार में मिला महिला समर्थन केवल एक राज्य तक सीमित रहे; बल्कि उसे बड़े स्तर पर दोहराया जाए। इसलिए पार्टी संगठन, महिला मोर्चा और शासन तंत्र के बीच समन्वय बनाकर एक दीर्घकालिक रणनीति तैयार की जा रही है।

Spread the love

Leave a Reply