जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है। इस हमले के बाद अब खुफिया एजेंसियों को नेपाल के रास्ते भारत में आतंकियों की घुसपैठ की आशंका है। इस संभावित खतरे को देखते हुए भारत-नेपाल सीमा पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और सुरक्षा व्यवस्था को बेहद कड़ा कर दिया गया है।
नेपाल सीमा पर बढ़ी चौकसी, हर गतिविधि पर नजर
भारत-नेपाल सीमा खुली हुई है और दोनों देशों के नागरिक आम तौर पर बिना वीजा-परमिट के एक-दूसरे के यहां आ-जा सकते हैं। इसी कारण से यह सीमा सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील मानी जाती है। पहलगाम हमले के बाद अब यही सीमा आतंकियों की घुसपैठ के लिए संभावित रास्ता मानी जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (SSB) और स्थानीय पुलिस द्वारा संयुक्त जांच अभियान चलाया जा रहा है। सीमा पार से आने-जाने वाले हर व्यक्ति की सघन तलाशी ली जा रही है और संदिग्ध गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है।
पाकिस्तानी नागरिकों के प्रवेश पर पाबंदी
सुरक्षा को और अधिक सख्त करते हुए भारत सरकार ने नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश करने वाले पाकिस्तानी नागरिकों पर फिलहाल पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की पहचान करने के लिए विशेष जांच दल तैनात किए गए हैं, जो हर यात्री के दस्तावेज और गतिविधियों की गहनता से जांच कर रहे हैं।
सीमा सुरक्षा को लेकर लगातार हो रही बैठकें
इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों के बीच लगातार बैठकें आयोजित की जा रही हैं। इन बैठकों में खुफिया सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा है और संभावित खतरों से निपटने की रणनीति बनाई जा रही है। स्थानीय प्रशासन को भी सतर्क कर दिया गया है और ग्रामीण इलाकों में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत दी जा सके।
खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय
RAW, IB और अन्य खुफिया एजेंसियों ने नेपाल सीमा से सटे इलाकों में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। उन्हें इनपुट मिले हैं कि आतंकवादी संगठन नेपाल के माध्यम से भारत में दाखिल होने की योजना बना सकते हैं। इसी कारण सुरक्षा एजेंसियां हर संदिग्ध संपर्क, फोन कॉल और मूवमेंट पर पैनी निगाह रखे हुए हैं।
सतर्कता बरती जा रही
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की सुरक्षा एजेंसियां हर संभावित खतरे को गंभीरता से ले रही हैं। नेपाल की खुली सीमा को ध्यान में रखते हुए अब वहां विशेष सतर्कता बरती जा रही है। आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क और तैयार हैं। जनता से भी अपील की गई है कि वे सजग रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें।