Ahmedabad plane crash report:अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे को लेकर विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने शुक्रवार रात अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी कर दी है। इसके बाद एयर इंडिया की ओर से भी पहला आधिकारिक बयान सामने आया है। एयरलाइन ने शनिवार को “एक्स” (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा कि उन्हें एएआईबी द्वारा जारी की गई रिपोर्ट की जानकारी मिल चुकी है और वे नियामकों व अन्य संबंधित पक्षों के साथ मिलकर जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं।
क्या कहती है एयर इंडिया की प्रतिक्रिया?
एयर इंडिया ने स्पष्ट किया कि वह प्रारंभिक रिपोर्ट को गंभीरता से ले रही है और एएआईबी तथा अन्य नियामक एजेंसियों के साथ समन्वय कर जांच प्रक्रिया में सहयोग दे रही है। एयरलाइन ने यह भी कहा कि वह सभी हितधारकों के साथ मिलकर इस जांच को पारदर्शिता और जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ाना चाहती है।
एएआईबी की जांच रिपोर्ट के प्रमुख खुलासे
एएआईबी की 15 पृष्ठों की रिपोर्ट में विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के पीछे के संभावित कारणों को विस्तार से बताया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के दोनों इंजन बंद हो गए थे। इसका कारण ईंधन नियंत्रण स्विच का अचानक कटऑफ मोड में चले जाना बताया गया है।
कॉकपिट रिकॉर्डिंग में चौंकाने वाली बातचीत
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से यह सामने आया कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा था, “तुमने ईंधन क्यों बंद किया?” जबकि दूसरे ने जवाब दिया, “मैंने नहीं किया।” इससे स्पष्ट होता है कि ईंधन बंद करने का निर्णय जानबूझकर नहीं लिया गया था, बल्कि यह तकनीकी खराबी का नतीजा हो सकता है।
हादसे के समय तकनीकी स्थितियां
विमान टेकऑफ के केवल 32 सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हुआ।
दुर्घटना स्थल रनवे से महज 0.9 नॉटिकल मील दूर था।
दोनों इंजन की शक्ति खत्म होते ही इमरजेंसी पावर के लिए रैम एयर टर्बाइन (RAT) अपने आप चालू हो गया।
पायलटों ने इंजन दोबारा चालू करने की कोशिश की, लेकिन सिर्फ एक इंजन आंशिक रूप से सक्रिय हो पाया।
विमान की सामान्य स्थिति और मौसम
ईंधन में किसी प्रकार की मिलावट नहीं पाई गई।
टेकऑफ के समय फ्लैप्स और लैंडिंग गियर की स्थिति सामान्य थी।
मौसम साफ था, न पक्षी टकराव का खतरा था और न ही कोई दृश्यता की समस्या।
पायलट और मेंटनेंस रिकॉर्ड
दोनों पायलट चिकित्सकीय रूप से फिट और अनुभवी थे।
पायलटों का कोई नकारात्मक रिकार्ड नहीं मिला।
हालांकि, रिपोर्ट में यह सामने आया कि एयर इंडिया द्वारा कुछ निरीक्षण नहीं किए गए थे।
क्या था असली कारण?
रिपोर्ट में किसी साजिश या जानबूझकर की गई तोड़फोड़ के सबूत नहीं मिले हैं। हालांकि, FAA की एक पुरानी सलाह में इस मॉडल के ईंधन कंट्रोल स्विच में संभावित खराबी की चेतावनी दी गई थी। इस हादसे में 260 लोगों की मौत हो गई और सिर्फ एक व्यक्ति जीवित बचा। जांच अब भी जारी है और एयर इंडिया ने इसमें पूरा सहयोग देने की बात कही है।