Air India Plane Crash: गुजरात के हिम्मतनगर की रहने वाली पायल खटीक का सपना था कि वह लंदन जाकर मास्टर्स की पढ़ाई करे और अपने परिवार को एक बेहतर जीवन दे। उनके पिता सुरेश खटीक, जो एक लोडिंग रिक्शा चालक हैं, ने अपनी सीमित आय में से बेटी के विदेश जाने के सपने को पूरा करने के लिए कर्ज लेकर उसका दाखिला करवाया था। गुरुवार की सुबह, पायल ने लंदन के लिए एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 से उड़ान भरी, लेकिन यह उड़ान उनकी जिंदगी की आखिरी यात्रा बन गई।
टेकऑफ के तुरंत बाद हुआ हादसा
एयर इंडिया की यह फ्लाइट अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट जा रही थी। टेकऑफ के सिर्फ 36 सेकंड बाद ही विमान नियंत्रण से बाहर हो गया और पास के एक छात्रावास पर जा गिरा। इस भीषण हादसे में 274 लोगों की मौत हो गई, जिनमें पायल समेत कई यात्री और जमीन पर मौजूद लोग शामिल थे। चमत्कारी रूप से केवल एक यात्री, जो सीट 11A पर बैठा था, ही इस दुर्घटना में जीवित बच पाया।
परिवार के सपनों का अंत
पायल के परिवार के लिए यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक जीवन भर की उम्मीद का अंत था। उनके पिता ने कहा कि पायल को पढ़ाई में आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने जो भी कर सकते थे, किया। उन्हें उम्मीद थी कि पायल अच्छी नौकरी पाकर परिवार को आर्थिक तंगी से बाहर निकालेगी। परंतु अब, उनकी मेहनत, संघर्ष और सपना एक झटके में खत्म हो गया।
मेहनती और होनहार छात्रा थी पायल
पायल के चचेरे भाई भारत चौहान ने बताया कि वह परिवार की पहली सदस्य थीं जो विदेश में पढ़ाई के लिए जा रही थीं। उन्होंने उदयपुर से बीटेक किया था और अब यूनाइटेड किंगडम में एमटेक के लिए रवाना हो रही थीं। सुशीला पाठक, पायल की पारिवारिक मित्र, ने बताया कि वह पिछले छह साल से उनके बेटे को ट्यूशन पढ़ा रही थीं और एक बेहद मेहनती, शिक्षित और ईमानदार लड़की थीं।
ट्यूशन से चलता था घर का खर्च
पायल अपने ट्यूशन की कमाई से न केवल खुद की पढ़ाई में योगदान देती थीं, बल्कि घर की आर्थिक स्थिति सुधारने में भी मदद करती थीं। उनके इस प्रयास से परिवार को थोड़ी राहत जरूर मिली थी, लेकिन अब उनके जाने से पूरा परिवार टूट गया है।
हादसे की जांच जारी, ब्लैक बॉक्स मिला
एयर इंडिया के विमान क्रैश की फॉरेंसिक जांच जारी है। ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है और उसमें दर्ज डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है। शुरुआती जांच के अनुसार, विमान टेकऑफ के बाद सही ऊंचाई नहीं पकड़ सका और संतुलन बिगड़ने के कारण दुर्घटना हो गई।