Operation Sindoor: भारत सरकार ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति को लागू करते हुए “ऑपरेशन सिंदूर” की शुरुआत की। यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की शहादत के बाद शुरू किया गया। भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसमें 80 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की खबर है ।
स्वदेशी एआई आधारित रक्षा प्रणाली की सफलता
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने अपनी स्वदेशी एआई आधारित रक्षा प्रणाली “आकाशतीर” का सफलतापूर्वक उपयोग किया। इस प्रणाली ने पाकिस्तान की ओर से भेजी गई मिसाइलों और ड्रोन को लक्ष्य तक पहुंचने से पहले ही नष्ट कर दिया, जिससे भारतीय हवाई सीमा की सुरक्षा को सुनिश्चित किया गया ।
त्रिपुरा में तिरंगा यात्रा: सेना के शौर्य को सलाम
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और भारतीय सेना के शौर्य को सम्मानित करने के लिए त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में एक भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने इस यात्रा का नेतृत्व किया, जिसमें स्थानीय विधायक और सांसदों ने भी भाग लिया। इस यात्रा के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ पूरी मजबूती से खड़ा है ।विदेश मंत्री एस. जयशंकर का बयान: आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता की आवश्यकता भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में कहा कि दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने पाकिस्तान और PoK में स्थित आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जो वैश्विक स्तर पर सराहनीय हैं ।
भारत की मजबूत रक्षा नीति और वैश्विक स्तर पर प्रभाव
ऑपरेशन सिंदूर ने यह सिद्ध कर दिया कि भारत अपनी रक्षा नीति को लेकर गंभीर है और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने में सक्षम है। आकाशतीर जैसी स्वदेशी तकनीकों का सफल उपयोग और त्रिपुरा में आयोजित तिरंगा यात्रा ने भारतीय सेना के शौर्य को सम्मानित किया और वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति को मजबूत किया। यह ऑपरेशन न केवल पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ एक सशक्त संदेश है, बल्कि भारत की आत्मनिर्भरता और सैन्य क्षमता का भी प्रतीक है।