अखिलेश यादव का तीखा जवाब
Up News: सुल्तानपुर डकैती मामले में आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला बोला है। अखिलेश ने कहा कि सीएम योगी की पार्टी में उनकी कोई नहीं सुनता, इसलिए उनकी बातों का बुरा मानने की जरूरत नहीं है। उन्होंने लिखा, “जिनकी अपने दल में कोई सुनवाई नहीं, उनकी बातें कौन सुने। वैसे भी जानेवालों की बात का क्या बुरा मानना।”
भाजपा पर आरोपों की बौछार
अखिलेश यादव ने आगे कहा, “जिनके शासन काल में महीनों आईपीएस फरार रहा हो, पंद्रह लाख प्रतिदिन की कमाई वाले थानों की चर्चा हो, भाजपाई खुद ही पुलिस का अपहरण कर रहे हों, और दंड संहिता की जगह बुलडोजर संहिता लागू हो, वे कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने का हक नहीं रखते। न्यायालय की डपट खाना जिनकी आदत बन चुकी हो, उन्हें मौन ही रहना चाहिए।”
सीएम योगी का सपा पर आरोप
इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने अंबेडकर नगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सुल्तानपुर एनकाउंटर पर कहा था कि सपा सरकार के दौरान जितना बड़ा गुंडा होता था, उतना ही बड़ा उसका ओहदा होता था। उन्होंने कहा, “आपसी मुठभेड़ में डकैत मारा जाता है तो सपा को बुरा लगता है। जनता ने अंगड़ाई ली है, अब ये गुंडे और माफिया एक-एक कर यमलोक की यात्रा पर जाएंगे।”
एनकाउंटर के बाद गरमाई सियासत
28 अगस्त को सुल्तानपुर में एक ज्वैलर की दुकान में हुई डकैती के मामले में पुलिस ने आरोपी मंगेश यादव का एनकाउंटर किया, जिसमें उसकी मौत हो गई। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि मंगेश का एनकाउंटर जाति के आधार पर किया गया है। इस घटना के बाद सियासत गरमा गई है और सपा ने भाजपा पर निशाना साधा है।
मंगेश यादव के परिवार का आरोप
मंगेश यादव के परिवार ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि एनकाउंटर से दो दिन पहले ही पुलिस मंगेश को घर से उठा ले गई थी, और बाद में उसे मुठभेड़ में मार दिया गया। इस घटना को लेकर परिवार ने न्याय की मांग की है और सपा इस मुद्दे पर भाजपा सरकार को घेरने में जुटी हुई है।
मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
सुल्तानपुर एनकाउंटर के बाद जिले के प्रशासन ने मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। इस बीच नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले का संज्ञान लेने और न्यायिक जांच कराने की मांग की है।