Ambedkarnagar Accident: उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले में शनिवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक बाइक सवार दंपती की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा टांडा-बांदा हाईवे पर महरुआ बाजार के पास हुआ, जहां एक बेकाबू तेज रफ्तार डंपर ने सामने से आ रही बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया।
जौनपुर से लौटते समय हुआ हादसा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतक दंपती किसी कार्य से जौनपुर गए थे और वहां से अपने घर वापस लौट रहे थे। जैसे ही वे महरुआ बाजार के पास पहुंचे, तभी पीछे से आ रहे तेज रफ्तार डंपर ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर के बाद बाइक सड़क पर दूर तक घिसटती चली गई और दंपती डंपर के नीचे आ गए। हादसे के बाद हाईवे पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
मौके पर पहुंची पुलिस, शवों को भेजा पोस्टमार्टम के लिए
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल मृतकों की शिनाख्त कर उनके परिजनों को सूचित किया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना के बाद डंपर चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया। वाहन की तलाश की जा रही है और क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
ग्रामीणों में आक्रोश, की न्याय की मांग
इस दर्दनाक हादसे के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखा गया। ग्रामीणों का कहना है कि टांडा-बांदा हाईवे पर आए दिन इस तरह के हादसे होते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती। लोगों ने मांग की कि हाईवे पर तेज रफ्तार वाहनों पर नियंत्रण लगाया जाए और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपाय किए जाएं।
प्रशासन और पुलिस पर उठे सवाल
हादसे के बाद फिर एक बार सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाईवे पर स्पीड लिमिट का पालन नहीं किया जाता और न ही ट्रैफिक पुलिस की कोई प्रभावी मौजूदगी नजर आती है। ऐसे में रोजाना सड़क पर चलने वाले लोगों की जान खतरे में रहती है।
लापरवाही बनी जानलेवा, ज़रूरत है सख्ती की
अंबेडकरनगर में हुए इस हादसे ने एक बार फिर साबित कर दिया कि तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी कितनी खतरनाक हो सकती है। एक परिवार उजड़ गया और दो जिंदगियां असमय काल का ग्रास बन गईं। अब वक्त है कि प्रशासन इस दिशा में ठोस कदम उठाए और सड़क सुरक्षा के नियमों को सख्ती से लागू करे, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

