अमेठी में हुए सामूहिक हत्याकांड के पीड़ित परिवार से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ में मुलाकात की। मृतक शिक्षक सुनील कुमार, उनकी पत्नी पूनम और दो बच्चों की निर्मम हत्या के बाद पीड़ित परिजन मुख्यमंत्री से मिलने लखनऊ आए थे। ऊंचाहार से विधायक डॉ. मनोज पांडेय भी पीड़ित परिवार के साथ सीएम आवास पहुंचे। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
हत्याकांड की पृष्ठभूमि और आरोपी की गिरफ्तारी
गौरतलब है कि बृहस्पतिवार की रात अमेठी के शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के अहोरवा भवानी कस्बे में किराए के मकान में रहने वाले शिक्षक सुनील कुमार, उनकी पत्नी पूनम भारती, और उनकी बेटियां सृष्टि व लाडो की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया था।
इस जघन्य हत्याकांड का मुख्य आरोपी चंदन वर्मा है, जिसे उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम ने शुक्रवार देर रात लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे से गिरफ्तार किया। आरोपी के पास से घटना में प्रयुक्त पिस्टल और बाइक भी बरामद की गई है। आरोपी चंदन वर्मा ने पुलिस पूछताछ में हत्या की बात स्वीकार की है। पुलिस के अनुसार, आरोपी का मृतक शिक्षक की पत्नी पूनम भारती से प्रेम संबंध था, जिसके चलते उसने पूरे परिवार की हत्या कर दी।
पुलिस मुठभेड़ और आरोपी पर दर्ज मुकदमे
गिरफ्तारी से पहले शुक्रवार सुबह आरोपी चंदन वर्मा की पुलिस टीम से मुठभेड़ भी हुई थी, जिसमें उसके पैर में गोली लगी। इसके बाद उसे इलाज के लिए अमेठी के गौरीगंज अस्पताल ले जाया गया। वहां पर भारी पुलिस बल की तैनाती रही।
पुलिस ने आरोपी चंदन वर्मा पर दो मुकदमे दर्ज किए हैं। इसके अलावा, पुलिस ने धारा 109 बीएस के तहत भी एफआईआर दर्ज की है, क्योंकि आरोपी ने पुलिस कस्टडी में दरोगा से पिस्तौल छीनने का प्रयास किया था। पुलिस अब आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी ताकि सामूहिक हत्याकांड से जुड़े अन्य साक्ष्य जुटाए जा सकें। आरोपी को रायबरेली के न्यायालय में पेश कर 14 दिन की रिमांड मांगी जाएगी।
पुलिस की कार्यवाही और जांच
पुलिस अधिकारी सामूहिक हत्याकांड की जांच में जुटे हैं। आरोपी चंदन वर्मा के खिलाफ मोहनगंज और शिवरतनगंज थानों में पहले से भी मुकदमे दर्ज हैं। हत्याकांड के साक्ष्यों को संकलित करने के लिए पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी से गहन पूछताछ करेगी। इस दौरान पुलिस यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि क्या हत्याकांड में और भी लोग शामिल थे या अन्य कोई साजिश रची गई थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा पीड़ित परिजनों से मुलाकात और आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस और प्रशासन पर दबाव है कि वे इस मामले में जल्द से जल्द न्याय सुनिश्चित करें। अमेठी में हुई इस भयावह घटना ने पूरे राज्य में भय और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है, और अब सबकी निगाहें इस मामले में होने वाली आगामी न्यायिक प्रक्रियाओं पर टिकी हैं।