Bengaluru Stampede:4 जून 2025 को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की पहली आईपीएल खिताबी जीत के जश्न में भारी भगदड़ मच गई। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई और 75 अन्य घायल हुए। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आयोजकों ने भीड़ नियंत्रण के लिए उचित इंतजाम नहीं किए थे, जिससे यह त्रासदी घटी।
प्राथमिकी और गिरफ्तारियां
घटना के बाद, कर्नाटक पुलिस ने RCB, इवेंट मैनेजमेंट कंपनी डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। इन पर गैर-इरादतन हत्या और लापरवाही जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। सीआईडी को जांच सौंपने के बाद, पुलिस ने RCB के मार्केटिंग हेड निखिल सोसले को बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया। इसके अलावा तीन अन्य कर्मचारियों को भी हिरासत में लिया गया है।
प्रशासनिक लापरवाही और न्यायिक हस्तक्षेप
कर्नाटक उच्च न्यायालय ने स्वत: संज्ञान लेते हुए इस मामले में विशेष जांच दल (SIT) गठित करने की संभावना जताई है। राज्य सरकार ने भी घटना की गंभीरता को स्वीकार करते हुए सभी चिकित्सा खर्चों को उठाने की घोषणा की है। साथ ही, आठ पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया गया है, जिनमें पुलिस कमिश्नर भी शामिल हैं।
RCB की ओर से मुआवजा और सहायता
RCB ने मृतकों के परिवारों को ₹10 लाख का मुआवजा देने की घोषणा की है। इसके अलावा, “RCB Cares” नामक एक कोष स्थापित किया गया है, जिससे घायलों की चिकित्सा सहायता की जाएगी। कर्नाटक मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी सभी घायलों के इलाज का खर्च राज्य सरकार द्वारा उठाने की बात कही है।
घटना की प्रतिक्रिया और मीडिया कवरेज
इस घटना ने न केवल बेंगलुरु बल्कि पूरे देश को झकझोर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक व्यक्त करते हुए भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता जताई है। मीडिया में भी इस मुद्दे पर व्यापक चर्चा हो रही है, जिसमें आयोजकों की लापरवाही और प्रशासनिक विफलता पर सवाल उठाए जा रहे हैं।