Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के रामबोड़ गांव में स्थित कुसुम प्लांट में एक बड़ा हादसा हुआ है। यह प्लांट लोहे की पाइप बनाने के लिए निर्माणाधीन था, और इसी दौरान फैक्ट्री की चिमनी गिरने से गंभीर दुर्घटना घटित हुई। चिमनी गिरने के कारण फैक्ट्री के भीतर काम कर रहे 25 से अधिक मजदूर मलबे में दब गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गईं और बचाव कार्य में जुट गईं। खबर लिखे जाने तक, 8 मजदूरों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी थी और अन्य मजदूरों को मलबे से बाहर निकालने का प्रयास जारी था।
मलबे में दबे कई मजदूर
फैक्ट्री के अंदर काम कर रहे मजदूर चिमनी गिरने के कारण भारी मलबे में दब गए। यह दुर्घटना इतनी बड़ी थी कि इससे आसपास के इलाके में अफरातफरी मच गई। मलबे में दबे मजदूरों की संख्या 25 से अधिक बताई जा रही है, और राहत कार्य तेज़ी से चलाया जा रहा है। अभी तक 8 मजदूरों के शव बरामद हो चुके हैं, जबकि अन्य मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
सुरक्षा उपायों की कमी पर सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर औद्योगिक सुरक्षा मानकों और मजदूरों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है। जब किसी निर्माणाधीन फैक्ट्री में इतनी बड़ी चिमनी गिर सकती है, तो यह सवाल उठता है कि क्या सुरक्षा उपायों का सही तरीके से पालन किया जा रहा था। कई मजदूरों का कहना है कि वे सुरक्षा उपकरणों के बिना काम कर रहे थे, जिससे यह हादसा और भी भयंकर हो गया।
प्रशासन और पुलिस की तत्परता
हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। बचाव कार्य में पुलिस के जवानों और स्थानीय प्रशासन ने तेजी से काम शुरू किया। मलबे में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए क्रेन और अन्य उपकरणों का इस्तेमाल किया गया। इस दौरान स्थानीय लोग भी बचाव कार्य में प्रशासन की मदद कर रहे हैं। प्रशासन ने इस घटना की गंभीरता को देखते हुए उच्च अधिकारियों को सूचित किया और तुरंत राहत टीमों को घटनास्थल पर भेजा।
आगे की कार्रवाई और जांच
घटना के बाद प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में यह पता चला है कि निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा नियमों की अनदेखी की गई थी, जो कि इस दुर्घटना का मुख्य कारण हो सकता है। अधिकारियों ने दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की है। इसके साथ ही, इस हादसे के बाद फैक्ट्री के मालिक और जिम्मेदार ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।