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Bihar election 2025 : “‘बुक ए कॉल विद बीएलओ’ सुविधा से 48 घंटे में होगा मतदाता सूची से जुड़ा कार्य”

Bihar election 2025: मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) नवदीप रिणवा ने गुरुवार को एक वर्चुअल बैठक के माध्यम से राज्यभर के जिला निर्वाचन अधिकारियों (डीएम) के साथ विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) अभियान की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने मतदाता सूची को अद्यतन और सटीक बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए।

सीईओ ने सभी बूथ लेवल अधिकारियों (BLOs) को निर्देश दिया कि वे अपने मोबाइल में BLO एप का एडवांस वर्जन 8.7 तुरंत डाउनलोड करें और वितरण की प्रगति को ऑनलाइन अपडेट करें। इससे मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य की निगरानी आसान होगी और काम में पारदर्शिता बनी रहेगी।

‘बुक ए कॉल विद बीएलओ’ – मतदाताओं के लिए नई सुविधा

बैठक में एक नई सुविधा ‘बुक ए कॉल विद बीएलओ’ भी शुरू की गई है। इस सुविधा के तहत, कोई भी मतदाता मतदाता पोर्टल पर जाकर बीएलओ से सीधा संपर्क कर सकता है। मतदाता को पोर्टल पर केवल एक क्लिक करना होगा, जिसके बाद संबंधित बीएलओ 48 घंटे के भीतर मतदाता से संपर्क करेंगे। यह सुविधा खास तौर पर उन मतदाताओं के लिए उपयोगी होगी जिन्हें नाम जुड़वाने, संशोधन कराने या नाम हटवाने जैसी प्रक्रियाओं में कठिनाई आती है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इस नई सुविधा का उद्देश्य मतदाताओं को तेजी से सहायता प्रदान करना और शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करना है। अब मतदाताओं को बार-बार कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे, बल्कि वे घर बैठे ही बीएलओ से बातचीत कर सकेंगे।

2003 की मतदाता सूची से नामों की मैपिंग का निर्देश

सीईओ ने बीएलओ को निर्देशित किया कि वे 2003 की मतदाता सूची से नामों की मैपिंग करें। इस प्रक्रिया का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई मतदाता दो बार सूची में दर्ज न हो और कोई योग्य व्यक्ति सूची से वंचित न रह जाए। इसके लिए बीएलओ को अपने क्षेत्र में मतदाताओं के सत्यापन के साथ-साथ पुराने रिकॉर्ड की भी जांच करनी होगी।

मतदाता सूची की पारदर्शिता पर जोर

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने और हटाने की प्रक्रिया पूर्णतः पारदर्शी होनी चाहिए। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे बीएलओ के कार्य की निगरानी और समीक्षा नियमित रूप से करें। यदि किसी स्तर पर लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।

बैठक में यह भी बताया गया कि शामली जिले के डीएम से मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में हुई कुछ अनियमितताओं को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया है। सीईओ ने कहा कि हर जिले में मतदाता सूची की सटीकता और शुद्धता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।

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