Budget 2025: भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2025 को केंद्रीय बजट प्रस्तुत किया। इस ऐतिहासिक मौके पर, उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को बजट की कॉपी सौंपी और राष्ट्रपति ने उन्हें दही-चीनी खिलाकर शुभकामनाएं दीं। यह क्षण उनके लिए विशेष था क्योंकि यह उनके कार्यकाल का आठवां बजट था। इससे पहले, सीतारमण ने 2019 में भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला था और तब से उन्होंने सात बजट पेश किए हैं।
आठवां बजट: सीतारमण ने वित्त मंत्री के रूप में एक और मील का पत्थर पार किया
निर्मला सीतारमण के लिए यह एक महत्वपूर्ण क्षण था, क्योंकि इस बार वह लगातार आठवां बजट पेश कर रही थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में सरकार के लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी के बाद, सीतारमण ने कई अहम बजट प्रस्तुत किए हैं, जो देश की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के प्रयासों का हिस्सा रहे हैं। उनके नेतृत्व में, भारत ने कई आर्थिक सुधारों और योजनाओं को लागू किया है।
संसद में बजट प्रस्तुति से पहले फोटो सेशन
बजट पेश करने से पहले, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद भवन के बाहर अपनी टीम के साथ एक फोटो सेशन कराया। इस दौरान वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उनके साथ मौजूद थे। यह एक प्रतीकात्मक क्षण था, जिसमें सीतारमण ने अपनी टीम को इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए धन्यवाद दिया और साथ में इस ऐतिहासिक यात्रा को याद किया।
आम आदमी पार्टी के सांसद ने बजट पर उठाए सवाल
बजट पेश होते ही, आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद मलविंदर सिंह कांग ने इस पर सवाल उठाए। उनका कहना था कि पिछले 10 वर्षों में गरीबों, किसानों, मिडिल क्लास और युवाओं के लिए कोई विशेष राहत नहीं मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि महंगाई लगातार बढ़ रही है, लेकिन कर्मचारियों की सैलरी में कोई वृद्धि नहीं हो रही है। कांग ने यह भी मांग की कि उद्योग, फसल विविधीकरण और पंजाब के किसानों के लिए एक विशेष पैकेज की घोषणा की जाए ताकि इन वर्गों को ज्यादा राहत मिल सके।
नए बजट में मिडिल क्लास और किसानों को राहत की उम्मीदें
आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि इस बजट में मिडिल क्लास और किसानों के लिए कौन सी विशेष घोषणाएं की जाती हैं। वित्त मंत्री के तौर पर निर्मला सीतारमण के प्रयासों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी है, और बजट में किए गए नए सुधारों से आम जनता को कितना लाभ होता है, यह आनेवाले समय में साफ होगा।