Prayagraj News: प्रयागराज में स्थित बड़े हनुमान जी मंदिर के पास बुधवार को एक बड़ा प्रशासनिक कदम उठाया गया। रक्षा संपदा विभाग की टीम ने मंदिर के आसपास फैले अवैध अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर चलाकर लगभग 90 अस्थायी दुकानों को ध्वस्त कर दिया। ये सभी दुकानें टीन शेड, बांस-बल्लियों और कुछ स्थानों पर ईंट-पत्थरों की अस्थायी संरचनाओं से बनी थीं।यह पूरा इलाका भारतीय सेना की अधिकृत जमीन में आता है। मंदिर के पास हनुमान कॉरिडोर निर्माण की योजना के तहत यह कार्यवाही जरूरी मानी गई, क्योंकि ये दुकानें विकास कार्यों में बाधा बन रही थीं।
पहले दी गई थी चेतावनी
रक्षा संपदा विभाग ने इस कार्रवाई से पहले कई बार अतिक्रमणकारियों को चेतावनी दी थी। उन्हें नोटिस के माध्यम से सूचित किया गया था कि जमीन पर अवैध कब्जा हटाएं। बावजूद इसके जब अतिक्रमण नहीं हटा, तो प्रशासन ने कड़ा कदम उठाते हुए बुलडोजर चलाया।
इस कार्रवाई का उद्देश्य मंदिर परिसर को साफ-सुथरा और सुगम बनाना है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और भविष्य में कॉरिडोर का निर्माण बिना किसी रुकावट के पूरा किया जा सके।
दुकानदारों में मचा हड़कंप
कार्रवाई के दौरान वहां मौजूद दुकानदारों में हड़कंप मच गया। कई लोग अपने सामान को जल्दी-जल्दी समेटने लगे, तो कुछ ने विरोध करने की कोशिश भी की। लेकिन प्रशासन की सख्ती के सामने विरोध कमजोर पड़ गया और कुछ ही घंटों में इलाके को खाली करा लिया गया।कुछ दुकानदारों ने यह भी बताया कि उन्होंने अपने जीवन यापन का साधन इसी दुकान से जोड़ा था, और उन्हें दूसरी जगह दुकान लगाने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं दी गई है। इससे स्थानीय व्यापारियों में नाराजगी भी देखी गई।
पक्के निर्माण भी नहीं बचे
इस कार्रवाई में केवल अस्थायी ढांचे ही नहीं, बल्कि कुछ लोगों द्वारा ईंट और सीमेंट से बनाए गए पक्के निर्माण भी ढहा दिए गए। प्रशासन का कहना है कि किसी भी तरह का अवैध निर्माण, चाहे वह अस्थायी हो या स्थायी, बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मंदिर कॉरिडोर परियोजना के तहत हो रही कार्रवाई
बड़े हनुमान जी मंदिर क्षेत्र में कॉरिडोर विकास परियोजना पर काम चल रहा है, जिसका उद्देश्य मंदिर परिसर को आधुनिक सुविधाओं से युक्त करना है। इस परियोजना के अंतर्गत सुरक्षा, सफाई और सुगम दर्शन की व्यवस्था की जा रही है। अतिक्रमण इस परियोजना में बड़ी बाधा बन रहा था, जिसे हटाने के लिए यह कदम उठाया गया।