Chaitra Navratri 2025:चैत्र नवरात्रि हिंदू कैलेंडर के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष में मनाई जाती है, जो आमतौर पर मार्च या अप्रैल महीने में होती है। इस दौरान विशेष रूप से देवी दुर्गा की पूजा का आयोजन बड़े धूमधाम से किया जाता है। चैत्र नवरात्रि के नौ दिनों में देवी के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है, जिनमें दुर्गा अष्टमी का महत्व बहुत अधिक है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि 2025 में दुर्गा अष्टमी कब है, और इस दिन का महत्व क्या है।
चैत्र नवरात्रि और दुर्गा अष्टमी का महत्व
चैत्र माह की नवरात्रि का पर्व हिंदू धर्म में अत्यंत महत्व रखता है। यह पर्व देवी दुर्गा के पूजा-अर्चना का है, और पूरे देश में विभिन्न रूपों में इसे मनाया जाता है। इस दिन देवी दुर्गा के आठवें रूप की पूजा होती है, जिसे “दुर्गा अष्टमी” कहते हैं। यह पूजा शक्ति और संकल्प की पूजा मानी जाती है।
नवरात्रि के नौवें दिन को राम नवमी मनाई जाती है, जिसमें भगवान श्रीराम के जन्म का उत्सव मनाया जाता है। वहीं, दुर्गा अष्टमी का व्रत देवी दुर्गा की पूजा का विशेष दिन होता है, और यह नवरात्रि के आठवें दिन, यानी शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन देवी दुर्गा के साथ-साथ अन्य देवियों की पूजा का महत्व भी बहुत अधिक है।
दुर्गा अष्टमी 2025: तारीख और समय
2025 में चैत्र नवरात्रि का आरंभ 30 मार्च को होगा, और यह 7 अप्रैल तक चलेगी। इस दौरान देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाएगी। दुर्गा अष्टमी का पर्व 5 अप्रैल 2025 (शनिवार) को मनाया जाएगा। इस दिन विशेष रूप से महा अष्टमी पूजा का आयोजन किया जाता है, जिसमें देवी दुर्गा की पूजा के साथ-साथ उनका आशीर्वाद प्राप्त करने की कामना की जाती है।
दुर्गा अष्टमी पूजा विधि
दुर्गा अष्टमी के दिन विशेष रूप से पूजा का आयोजन विधिपूर्वक किया जाता है। इस दिन पूजा के दौरान विशेष रूप से उबटन, स्नान, दीप जलाना और देवी के मंत्रों का जाप किया जाता है। कुछ स्थानों पर विशेष हवन भी किए जाते हैं। भक्तजन इस दिन उपवासी रहते हुए माता के चरणों में श्रद्धा से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए व्रत रखते हैं।
संदेह निवारण: 4 या 5 अप्रैल?
कई लोग दुर्गा अष्टमी के दिन को लेकर भ्रमित रहते हैं कि यह 4 अप्रैल को होगी या 5 अप्रैल को। इस बार 2025 में दुर्गा अष्टमी 5 अप्रैल को ही मनाई जाएगी। हालांकि, नवरात्रि के आखिरी दिन को राम नवमी होती है, जो 6 अप्रैल 2025 (रविवार) को मनाई जाएगी।
इसलिए यदि आप दुर्गा अष्टमी के दिन पूजा करने का विचार कर रहे हैं, तो ध्यान रखें कि 5 अप्रैल को यह पर्व होगा।
देवी दुर्गा की पूजा का आयोजन करें
चैत्र नवरात्रि और दुर्गा अष्टमी का पर्व हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस दिन देवी दुर्गा के आठवें रूप की पूजा की जाती है, और भक्तजन इस दिन विशेष रूप से व्रत रखते हुए मां के आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए पूजा अर्चना करते हैं। 2025 में दुर्गा अष्टमी 5 अप्रैल को मनाई जाएगी, इसलिए इस दिन विशेष रूप से देवी दुर्गा की पूजा का आयोजन करें।