Chardham Yarta 2025:करोड़ों भक्तों की आस्था का केंद्र, उत्तराखंड स्थित विश्वप्रसिद्ध तीर्थ केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को विधिपूर्वक खोले जाएंगे। इस शुभ अवसर पर देशभर से हजारों श्रद्धालु केदारनाथ घाटी में पहुंचने लगे हैं। चारधाम यात्रा की शुरुआत के साथ ही बाबा केदारनाथ के दरबार में भक्तों का सैलाब उमड़ने लगा है।
108 क्विंटल फूलों से हुआ भव्य श्रृंगार
इस वर्ष केदारनाथ मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया है। ऋषिकेश और गुजरात से आई पुष्प समिति द्वारा मंदिर को 108 क्विंटल ताजे और रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया है। मंदिर की यह दिव्य सजावट श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। फूलों की मनमोहक खुशबू और सजावट की भव्यता ने पूरे मंदिर परिसर को एक आध्यात्मिक और अलौकिक रूप प्रदान कर दिया है।
देश-विदेश से उमड़े श्रद्धालु
इस शुभ अवसर पर देश के कोने-कोने से श्रद्धालु केदारनाथ पहुंच रहे हैं। बाबा के जयकारों से संपूर्ण केदारघाटी गूंज उठी है। भक्तों का उत्साह देखते ही बनता है। कई श्रद्धालु तो एक सप्ताह पहले ही यहां पहुंच गए थे, ताकि पहले दर्शन का पुण्य प्राप्त कर सकें।
सुरक्षा और व्यवस्थाएं दुरुस्त
जिला प्रशासन और मंदिर समिति की ओर से यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। स्वास्थ्य सेवाओं से लेकर रहने और खाने की व्यवस्था तक हर पहलू पर निगरानी रखी जा रही है। मौसम की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए आपदा प्रबंधन दल भी सक्रिय है।
सजावट ने खींचा लोगों का ध्यान
केदारनाथ मंदिर की फूलों से की गई सजावट ने इस बार सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। श्रद्धालुओं का कहना है कि उन्होंने पहले कभी इतनी भव्य सजावट नहीं देखी। मंदिर के मुख्य गर्भगृह, द्वार और छत को अलग-अलग रंगों के फूलों से सजाया गया है, जिससे यह दृश्य और भी मनोहारी हो गया है।
चारधाम यात्रा की शुरुआत का प्रतीक
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा की शुरुआत मानी जाती है। यह न सिर्फ धार्मिक आस्था से जुड़ा हुआ अवसर है, बल्कि पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। हर साल लाखों श्रद्धालु यहां आकर आध्यात्मिक ऊर्जा और शांति की अनुभूति करते हैं।