उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी (सपा) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश के हर जिले में माफिया और गुंडे सपा से जुड़े हुए थे और संगठित अपराध करते थे। उन्होंने कहा, “सपा के शासनकाल में पशु, वन, खनन, भू-माफिया सक्रिय थे और ये माफिया समानांतर सरकार चलाकर अराजकता फैलाते थे, जबकि उनके नेता बबुआ घर से बाहर नहीं निकलते थे। बबुआ 12 बजे सोकर उठता था, और जनता माफिया तंत्र से परेशान रहती थी।” सीएम ने यह भी आरोप लगाया कि सपा सरकार ने मुस्लिम तुष्टिकरण की हदें पार करते हुए पर्व और त्योहारों के दौरान अराजकता फैलाई थी।
अयोध्या को मिली 83 विकास परियोजनाओं की सौगात
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को रामनगरी अयोध्या में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की 83 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इन विकास परियोजनाओं में सड़कें, ग्रामीण क्षेत्र में खेल सुविधाओं का विकास और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाएं शामिल हैं। उन्होंने इस दौरान कई योजनाओं के लाभार्थियों को चेक, चाबी, प्रमाण पत्र, और सिलाई मशीनें वितरित कीं। इसके साथ ही उन्होंने मिल्कीपुर में 30 सड़कों के निर्माण और एक मिनी स्टेडियम की भी घोषणा की। ग्रामीण स्टेडियम के लिए रेवना में 9 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की गई है।
सपा सरकार पर त्योहारों पर रोक लगाने का आरोप
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सपा सरकार ने होली, दीवाली, रक्षाबंधन, शिवरात्रि, रामनवमी, और जन्माष्टमी जैसे त्योहारों पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास किया था। उन्होंने कहा, “जन्माष्टमी के आयोजनों पर थानों, पुलिस लाइनों और जेलों में रोक लगाई गई थी। कुछ लोगों को भजन और ‘हरे रामा, हरे कृष्णा’ की धुन पसंद नहीं थी, इसलिए सपा सरकार ने उन पर रोक लगा दी थी। इसी तरह, कांवड़ यात्रा और दुर्गा पूजा के आयोजनों पर भी पाबंदियां लगाई गईं थीं।”
योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के दंगों का भी जिक्र करते हुए कहा कि सपा के शासनकाल में देवकाली मंदिर से मूर्तियां चोरी हो गई थीं, जिसके विरोध में उन्होंने सांसद रहते हुए आंदोलन किया था।
उत्तर प्रदेश बना देश का ग्रोथ इंजन
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश देश के आर्थिक विकास का ग्रोथ इंजन बन चुका है। 2017 से पहले, उत्तर प्रदेश को भारत के विकास में एक बाधा के रूप में देखा जाता था, जहां अराजकता और विकास में भेदभाव होता था। उन्होंने कहा, “महापुरुषों का अपमान होता था और विकास योजनाओं में पक्षपात किया जाता था।”
भाजपा सरकार के साढ़े सात वर्षों के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में तेजी से विकास कार्य हुए हैं, जिनमें फोरलेन, टू लेन सड़कें, गांवों में बिजली और पानी की बेहतर व्यवस्था शामिल है।